बीजिंग/कोलंबो (पीटीआई)। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने श्रीलंकाई समकक्ष मैत्रिपाल सिरिसेना से आतंकवाद का मुकाबला करने और देश की आतंकवाद-रोधी क्षमताओं को बढ़ाने में अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है। चीन ने श्रीलंका में आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि चीन श्रीलंका सरकार और लोगों के साथ खड़ा है और आतंकियों के खिलाफ कार्यवाई में देश का पूरा सहयोग करेगा। बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरिसेना चीनी राष्ट्रपति द्वारा आयोजित एशियाई सिविलाइजेशन के संवाद सम्मेलन में भाग लेने के लिए बीजिंग गए थे, इसी बीच शी ने मंगलवार को सिरिसेना से मुलाकात की।
तेजी से काम को देश बढ़ाये आगे
मुलाकात के दौरान, शी ने कहा कि चीन आतंकवाद का मुकाबला करने में श्रीलंका का सहयोग करेगा और देश की सुरक्षा व स्थिरता को बरकरार रखने के लिए देश को अपनी आतंकवाद निरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा। शी ने कहा कि दोनों देशों को बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के संयुक्त निर्माण को तेजी से आगे बढ़ाना चाहिए, प्रमुख परियोजनाओं में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए और श्रीलंका के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए आजीविका परियोजनाओं में तेजी लानी चाहिए। चीन के समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए सिरिसेना ने कहा कि श्रीलंका हमेशा चीन के साथ संबंधों को गहरा करने में गंभीर रहता है और बेल्ट एंड रोड सहयोग को बढ़ाने और विकास व सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए चीन के साथ काम करने को तैयार है।
100 जीप देने पर सहमति
श्रीलंका के डेली न्यूज ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में अधिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए हैं। समाचार फर्स्ट वेबसाइट ने बताया कि चीन की सरकार ने देश में आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा बलों की गतिविधियों के लिए 2.6 बिलियन रुपये का वित्तीय सहायता देने पर सहमति व्यक्त की है और श्रीलंकाई राष्ट्रपति के मीडिया विभाग ने बताया कि चीनी राष्ट्रपति श्रीलंकाई पुलिस विभाग को तुरंत 1.5 बिलियन रुपये की 100 जीप देने के लिए तैयार हो गए हैं।
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250 से ज्यादा लोगों की हो गई थी मौत
उल्लेखनीय है कि ईस्टर के दिन चर्च और होटलों में हुए आत्मघाती धमाकों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसी के बाद वहां मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इन धमाकों की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन श्रीलंका सरकार का कहना है कि इन धमाकों को स्थानीय आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात ने अंजाम दिया था। इन धमाकों के बाद हुई तलाशी में मस्जिदों से भारी मात्रा में तलवार और अन्य हथियार बरामद किए गए थे।
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