चीन के उद्योग और सूचना तकनीक मंत्रालय (एमआईआईटी) की तरफ़ से कहा गया है कि तीन से पांच साल के भीतर इसका मोबाइल संस्करण भी जारी होगा.
इस साल मई में अमरीकी जासूसी की आशंका के चलते चीन में सरकारी कंप्यूटरों पर विंडोज 8 के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई थी.
नए विकल्प की तलाश
एमआईआईटी के एक थिंक टैंक ने गूगल एंड्रॉयड की लोकप्रियता पर भी चिंता जताई है.
हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि 'एक दर्ज़न से ज़्यादा' चीनी कंपनियां नए विकल्प तलाशने की बजाय गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपने हिसाब से बनाना चाहती हैं.
इसमें चीन की मोबाइल कंपनी शाओमी भी शामिल है, जिसका नया फ़ोन मी 6 का ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड के 4.4.4 संस्करण पर काम करता है.
चीनी एकेडमी ऑफ़ साइंसेज़ ने जून 2000 में रेड फ्लैग नाम की एक कंपनी बनाकर डेस्कटॉप और सर्वर कंप्यूटरों के लिए लीनक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम भी बनाए थे.
इनका इस्तेमाल सरकारी विभागों और स्कूलों में किया जा रहा था, लेकिन इस साल की शुरुआत में धन के अभाव में इसका काम बंद हो गया था.
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