ऐसी है रिपोर्ट
बताते चलें कि चीन की मौजूदा सैन्य क्षमता 23 लाख जवानों की है। इसको लेकर हांगकांग से प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक लेफ्टिनेंट से लेकर कर्नल रैंक के कम से कम 1.70 लाख अधिकारियों को नौकरी से मुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही रिपोर्ट पर भरोसा किया जाए तो दो सैन्य कमान और तीन कोर को खत्म करने की योजना भी बनाई गई है।

फिलहाल सात कमान हैं कार्यरत  
गौरतलब है कि फिलहाल चीन में सात कमान कार्यरत हैं। हर कमान में दो से तीन कोर होते हैं। प्रत्येक कोर में 30 से 50 हजार सैनिक अपनी सेवाएं देते हैं। ऐसे में दो कमान को बंद करने का मतलब है कि तकरीबन 1.20 लाख जवानों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। वहीं थलसेना के जवानों-अधिकारियों को वायुसेना और नौसेना में स्थानांतरित करने की भी योजना है।

नगर निगम स्तर पर होगा ये काम  
इस बारे में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) सितंबर के अंत तक रूपरेखा को प्रस्तुत कर सकती है। जिनपिंग की घोषणा के तुरंत बाद ही रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात को स्पष्ट कर दिया था कि सैन्य कटौती का काम वर्ष 2017 तक पूरा कर लिया जाएगा। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा में लगे बीजिंग गैरिसन को छोड़कर सभी प्रांतीय और नगर निगम स्तर के सैन्य अड्डों को बंद कर 50 हजार जवानों को नौकरी से निकाला जा सकता है।

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