वेनचांग/ताइयुआन (राॅयटर्स/सिन्हुआ/एएनआई)। चीन ने बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक अपना पहला मानवरहित मंगल मिशन लांच किया है। किसी दूसरे ग्रह पर यह उसका पहला स्वतंत्र खोजी अभियान होगा। इस मिशन के जरिए वह अंतरिक्ष में दूर तक पहुंच रखने वाले विशिष्ट देशों की श्रेणी में शामिल होना चाहता है। इस अभियान के साथ वह अपनी अंतरिक्ष तकनीक का भी दुनिया के सामने प्रदर्शन करना चाहता है।
फरवरी तक मंगल तक मिशन के पहुंचने की उम्मीद
चीन के सबसे बड़े राॅकेट कैरियर लांग मार्च 5 वाई-4 प्रोब के साथ दोपहर 12.41 बजे वेनचांग स्पेस लांच सेंटर से अंतरिक्ष में लांच किया है। यह अंतरिक्ष सेंटर दक्षिण हैनान द्वीप पर स्थित है। 2020 में मंगल पृथ्वी के सबसे नजदीक यानी 5.5 करोड़ किमी की दूरी पर होता है। ऐसा संयोग हर 26 महीने में एक बार आता है। इस अभियान के फरवरी में मंगल ग्रह तक पहुंचने की उम्मीद है।
चीन ने लांच की हाई-रेजलूशन मैपिंग सैटलाइट
चीन ने शनिवार को अंतरिक्ष में एक नया हाई-रेजलूशन मैपिंग सैटलाइट भेजा है। इस उपग्रह को उत्तर प्रांत शांक्सी के ताइयुआन सैटलाइन लाॅन्च सेंटर से अंतरिक्ष में भेजा गया है। जियुआन III 03 सैटलाइट लांग मार्च-4बी राॅकेट से बीजिंग टाइम के मुताबिक, सुबह 11.13 बजे लांच किया गया। लांग मार्च राॅकेट सीरीज की यह 341वीं फ्लाइट मिशन थी। यह सीरीज चीन की स्पेस एजेंसी द्वारा संचालित की जाती है।
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