चीन के एक मिनिस्टर का दावा है कि पाकिस्तान के छह परमाणु रिएक्टरों के निर्माण में चीन ने उसकी मदद की थी. इन छह रिएक्टरों से पाकिस्तान 34 लाख किलोवाट बिजली पैदा कर रहा है. इसके अलावा चीन की प्लानिंग पाकिस्तान को दो और परमाणु रिएक्टरों के निर्माण में सहायता देने की है. दोनों रिएक्टर कराची में स्थापित किए जाने हैं.
चीन के नेशनल डेवलपमेंट और रिफार्म कमीशन (NDRC) के उप मंत्री वांग झिआटो ने संडे को यह खुलासा किया. उन्होंने कहा कि प्रेजेंट टाइम में चीन अपनी न्यूक्लियर टेक्नीक पाकिस्तान और अर्जेंटीना को एक्सर्पोट कर रहा है. वांग ने कहा, ‘चीन न्यूक्लियर टेक्नीक बेचने की पॉलिसी पर काम कर रहा है और फिलहाल कई देशों के साथ शुरुआती बातचीत चल रही है.’
वांग ने दावा किया कि पाकिस्तान के छह परमाणु रिएक्टरों के निर्माण में चीन ने उसकी मदद की थी. इसके अलावा बीजिंग की योजना कराची में 1100 मेगवाट के दो और परमाणु रिएक्टरों के निर्माण में पाकिस्तान की मदद करने की है. इस पर 65 करोड़ डालर खर्च होंगे. इन रिएक्टरों के निर्माण पर पड़ोसी देश भारत के अलावा अमेरिका भी चिंता जता चुका है. दोनों देशों का कहना है कि कराची में प्रपोज्ड परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) से मंजूरी नहीं ली गई है. एनएसजी दुनियाभर में न्यूक्लियर प्रोग्राम्स की निगरानी करता है.
Hindi News from World News Desk
International News inextlive from World News Desk