चार एमओयू पर हुए हस्ताक्षर
शंघाई (रॉयटर्स)। चीन ने नेपाल और तिब्बत के बीच रेल मार्ग शुरू करने का ऐलान किया है। इसका खुलासा चीनी मीडिया द्वारा शुक्रवार को किया गया। बता दें कि चीन और नेपाल ने गुरुवार को 14 और समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसका मतलब है कि दोनों देश बीते दो दिनों में कुल 22 समझौतों पर हस्ताक्षर कर चके हैं। इनमें रेलवे नेटवर्क तैयार करना सबसे अहम है। दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के बारे में चीनी मीडिया ने कुछ भी खुलकर नहीं बताया है। लेकिन नेपाली अखबार काठमांडू पोस्ट का कहना है कि दोनों देशों के बीच अब तक 10 से अधिक समझौतों और चार एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। इसके साथ ही दोनों देशों ने ऊर्जा सहयोग पर हस्ताक्षर किए हैं। इन्हीं समझौतों में यह भी स्पष्ट हो गया है कि नेपाल अपने हित के लिए तिब्बत के राजमार्गो का इस्तेमाल आगे से कर सकता है।
विकास में पूरा सहयोग का भरोसा दिया
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति शी ने उन्हें नेपाल के विकास में पूरे सहयोग का भरोसा दिया था। दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीक सहयोग के अतिरिक्त मानव संसाधन विकास के लिए भी समझौता हुआ है। दोनों देशों के बीच बुधवार को 2.4 अरब डॉलर (16,276 करोड़ रुपये) के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें कई समझौते बुनियादी सुविधाओं के विकास के हैं।
चीन नेपाल को बड़े रेलवे और रोड नेटवर्क से संपन्न बनाएगा
इन समझौतों में महत्वपूर्ण बात यह है कि तिब्बत और नेपाल को रेलमार्ग से जोड़ा जाएगा। इससे नेपाल के व्यापार को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है। राष्ट्रपति शी ने प्रधानमंत्री ओली के साथ वार्ता में तिब्बत को काठमांडू से जोड़ने का आश्वासन दिया है। इन समझौतों के जरिये चीन नेपाल को बड़े रेलवे और रोड नेटवर्क से संपन्न बनाएगा। राष्ट्रपति शी ने बुधवार को नेपाल को वन बेल्ट-वन रोड परियोजना का हिस्सा बनाने की घोषणा की थी।
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