डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Chhath Puja 2021 Dainik Panchang: आज छठ पूजा का अंतिम दिन है। हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 11 नवंबर को सप्तमी तिथि 12:09:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नहीं खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
11 नवंबर 2021 दिन- मंगलवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:13:11
सूर्यास्तः- सायं 05:47:00
विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमंत ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- सप्तमी तिथि 12:09:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।
नक्षत्रः- श्रवण नक्षत्र 14:59:00 तक तदोपरान्त घनिष्ठा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव हैं तथा घनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं।
योगः- वृद्धि 08:00:00 तक तदोपरान्त ध्रुव
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:22:00 से 10:43:00 तक
दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 01:26:00 से 02:47:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”