हैदराबाद (आईएएनएस)। कोरोना वायरस संकट के बीच अब देश में ऐतिहासिक इमारतें व पर्यटन स्थल धीरे-धीरे खुलते जा रहे हैं। ऐसे में हैदराबाद में दो प्रमुख पर्यटक आकर्षण ऐतिहासिक चारमीनार और गोलकुंडा किला 6 जुलाई से फिर से खोले जाएंगे। हालांकि इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने एक गाइड लाइन जारी की है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन केंद्र द्वारा संरक्षित स्मारकों पर 2,000 से अधिक पर्यटकों को अनुमति नहीं दी जाएगी। पर्यटकों को एंट्री टिकट ऑनलाइन बेचा जाएगा। ऐसे में सभी पर्यटक एएसआई की वेबसाइट पर टिकट बुक कर सकते हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग भी बनाए रखना होगा जरूरी
अधिकारियों ने कहा कि वे सभी केंद्रीय संरक्षित स्मारकों और पर्यटकों के लिए जारी किए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करेंगे। एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद (हैदराबाद सर्कल) मिलन कुमार चौले ने चारमीनार और गोलकुंडा किले के फिर से खोलने की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक की। पर्यटकों के लिए फेस मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग भी बनाए रखना जरूरी होगा। स्मारकों के प्रवेश में अनिवार्य रूप से हाथ की सफाई और थर्मल स्कैनिंग प्रावधान होंगे।परिसर के भीतर किसी भी समूह की फोटोग्राफी की अनुमति नहीं होगी।
अंदर खाने की भी अनुमति नहीं दी जाएगी
इसके अलावा अधिकारियों ने कहा कि अंदर खाने की भी अनुमति नहीं दी जाएगी। एएसआई द्वारा तैयार मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, पार्किंग और कैफेटेरिया में केवल डिजिटल पेमेंट की परमीशन होगी। 1591 में हैदराबाद के संस्थापक मोहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा निर्मित, चारमीनार हैदराबाद का प्रतीक है। यहां हर महीने लगभग एक लाख लोग स्मारक में विजिट करते हैं। बता दें कि काेरोना को फैलने से रोकने की वजह से मार्च के अंतिम सप्ताह में लॉकडाउन लगाया गया था। इसके बाद से देश में ऐतिहासिक इमारतों व अन्य सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया था।
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