गोंडा (पीटीआई)। Chandigarh Dibrugarh Express Derail: उत्तर प्रदेश में गोंडा के पास गुरुवार को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें तीन यात्रियों की मौत हो गई और 33 घायल हो गए। पटरी से उतरने की खबर मिलते ही राज्य की राजधानी से करीब 150 किलोमीटर दूर मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच एंबुलेंस और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंच गईं थी। राहत व बचाव कार्य करते हुए सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं रेलवे ने इस मामले की हाई-लेवल जांच के आदेश दिए हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ। इस ट्रेन हादसे को लेकर एक अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले लोको पायलट ने "विस्फोट की आवाज" सुनी थी। लेकिन उन्होंने विस्तार से नहीं बताया। ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर लोको पायलट ने विस्फोट की आवाज सुनी थी वह क्या थी।
पटरी से उतरने के स्थान पर मरम्मत का काम चल रहा
गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के स्थान पर मरम्मत का काम चल रहा है। वहीं इस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा था कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और उनका उचित इलाज किया जाएगा। इस ट्रेन हादसे के मृतकों की पहचान बिहार के अररिया निवासी सरोज कुमार सिंह (31), चंडीगढ़ निवासी राहुल (38) और एक अज्ञात व्यक्ति के रूप में हुई है। मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की बढ़ी हुई अनुग्रह राशि दी जाएगी। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 50,000 रुपये मिलेंगे।
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