अभिषेक त्रिपाठी, बर्मिंघम: भारत से जीतकर अपने पहले आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने के लिए जी-जान से जुटी बांग्लादेशी टीम ने मंगलवार को एजबेस्टन स्टेडियम में जमकर अभ्यास किया। उनके अभ्यास को देखकर लग रहा था कि वे इस मैच को जीतने के लिए किस हद तक जुनूनी हैं। इससे पहले वे सोमवार की रात अकबर नाम के पाकिस्तानी रेस्तरां में खाना खाने के लिए गए। पाकिस्तानी खाने के लिए मशहूर इस रेस्तरां में कप्तान मशरफे मुर्तजा के अलावा सभी खिलाड़ी अपने परिवार के साथ पहुंचे थे।
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भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के अधिकतर भागों में ज्यादा मसाले वाला खाना खाया जाता है, जबकि युनाइटेड किंगडम में ऐसा खाना कम मिलता है। यही कारण है इन देशों से आने वाले लोग यहां आकर इन रेस्तरां में खाना खाने जरूर जाते हैं। ब्रिटेन के दूसरे सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले शहर बर्मिंघम में लगभग 27 फीसद एशियाई व एशियाई ब्रिटिश हैं और यही कारण है कि यहां जगह-जगह आपको भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी रेस्तरां मिल जाते हैं। इसी वजह से इन तीनों देशों की टीमों के मुकाबले बर्मिंघम में रखे जाते हैं, क्योंकि स्टेडियम में उसको देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ती है। भारत-पाकिस्तान के बीच चार जून को हुआ मुकाबला भी इसी शहर में रखा गया था। अब संयोग है कि भारत-बांग्लादेश के बीच सेमीफाइनल भी यहीं हो रहा है। भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें जब भी यहां आती है तो अपने टीम होटल की जगह बाहर स्थित इन रेस्तरां में खाना खाने जाती हैं, क्योंकि यहां उन्हें घर के खाने की फीलिंग आती है।
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