रांची (एएनआई)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की पुष्टि के बाद, जेएमएम नेता मनोज पांडे ने मंगलवार को एक बड़ा स्टेटमेंट दिया। उन्होंने कहा कि इतिहास ने साबित कर दिया है कि जो लोग जेएमएम छोड़कर किसी अन्य पार्टी में शामिल हुए हैं, उन्हें वह सम्मान नहीं दिया गया है। जेएमएम नेता मनोज पांडे ने कहा कि "यह दुखद है, लेकिन अब स्थिति स्पष्ट है। वह किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। इसका क्या असर होगा, यह तो समय ही बताएगा। इतिहास ने साबित कर दिया है कि झामुमो छोड़कर किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने वालों को वह सम्मान नहीं मिला है। भाजपा का अस्तित्व हमारे नेताओं पर निर्भर है। उनका (भाजपा का) अपना कोई चेहरा नहीं है। जब तक चंपई सोरेन हमारी पार्टी में हैं, तब तक उनका कद और महत्व है। जैसे ही वह हमारी पार्टी छोड़ेंगे, मुझे लगता है कि लोग भी उन्हें छोड़ देंगे।
चंपई 30 अगस्त को रांची में भाजपा में शामिल होंगे
इससे पहले असम के सीएम हिमंत सरमा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि चंपई 30 अगस्त को रांची में भाजपा में शामिल होंगे। असम के सीएम ने एक्स पर पोस्ट किया, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे देश के एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने कुछ समय पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वह आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में भाजपा में शामिल होंगे। सोमवार को चंपई सोरेन ने नई पार्टी बनाने का संकेत दिया। इससे पहले सोरेन ने सोशल मीडिया पर अपनी शिकायतें व्यक्त की थीं। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उनका अपमान किया गया था और आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले सभी विकल्प खुले हैं।
विधायक दल की बैठक बुलाने की अनुमति नहीं दी गई
चंपई सोरेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कई ऐसे उदाहरण भी गिनाए। जब उन्हें विधायक दल की बैठक बुलाने की अनुमति नहीं दी गई और अचानक इस्तीफा देने के लिए कहा गया, जिसके कारण उन्हें "वैकल्पिक रास्ता तलाशना पड़ा।" उन्होंने कहा, "मैं राज्य के आदिवासियों, मूल निवासियों, गरीबों, मजदूरों, छात्रों और पिछड़े वर्गों के लोगों के अधिकारों को पाने की कोशिश कर रहा हूं। चाहे मैं किसी पद पर रहा हो या नहीं, मैं हमेशा जनता के लिए उपलब्ध रहा हूं और उन लोगों के मुद्दे उठाता रहा हूं, जिन्होंने झारखंड राज्य के साथ बेहतर भविष्य का सपना देखा था।" झारखंड में राजनीतिक माहौल गर्म होने के साथ ही सभी की निगाहें चंपई सोरेन और उनके अगले कदम पर टिकी हैं, जिसका आगामी राज्य चुनावों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। झारखंड में इस साल यानी 2024 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और भाजपा ने सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
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