पटना (पीटीआई)। बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के नाम से भी पुकारे जा रहे एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस)से  बच्चों की मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है। यहां हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। अब तक यहां एईएस के कारण 107 बच्चों की मौत हो गई। ऐसे में लोगों में दुख के साथ ही गुस्सा भी काफी ज्यादा है। इस दाैरान आज जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर जिले के दौरे पर गए ताे सैकड़ों लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने खराब चिकित्सा उपचार और सुविधाओं की कमी पर नाराजगी दिखाते हुए मुख्यमंत्री वापस जाओ जैसे नारे लगाए।

चमकी बुखार से बिहार में अब तक 80 माैतें, खाली पेट न खाएं लीची, जानें लक्षण व बचने के तरीके
'चमकी' बुखार का बिहार में कहर जारी, अब तक गई 100 बच्चों की जान
100 से अधिक बीमार बच्चों का इलाज चल रहा

बता दें कि सीएम नीतीश कुमार आज बीमार बच्चों का हालचाल लेने मुजफ्फरपुर श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) पहुंचे। इस दाैरान उनके साथ डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भी थे। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों से भी बातचीत की। बिहार में चमकी बुखार में मारे गए 107 बच्चों में से 88 श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल एसकेएमसीएच में और 19 की निजी केजरीवाल अस्पताल में मृत्यु हो गई। इसके अलावा इन दोनों ही अस्पतालों में एईएस के लक्षणों वाले करीब 100 से अधिक गंभीर रूप से बीमार बच्चों का इलाज चल रहा है।

 

National News inextlive from India News Desk