-यूपी पुलिस सीसीटीवी कैमरों के महत्व के बारे में लोगों को कर रही जागरूक
BAREILLY: शहंशाह मूवी में महानायक अमिताभ बच्चन का डॉयलाग रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह आज भी लोगों की जुबान पर बरकरार है। अमिताभ बच्चन के इसी डॉयलॉग के जरिए यूपी पुलिस सीसीटीवी कैमरों को लेकर नया स्लोगन जारी किया है। यूपी पुलिस ने जो स्लोगन दिया है, उसके मुताबिक रिश्ते में तो ये चोरों के बाप होते हैं, नाम है सीसीटीवी कैमरा। दरअसल लखनऊ में सीसीटीवी कैमरों की लेटेस्ट टेक्नॉलोजी व इंटरनेट के माध्यम से कंट्रोल रूम से कनेक्टिविटी को लेकर 'दृष्टिकोण' कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस बारे में यूपी 100, यूपी पुलिस, सभी जिलों की पुलिस के ट्विटर अकाउंट व अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर व पोस्ट कर अधिक से अधिक लोगों को बताया जा रहा है। एसएसपी बरेली कलानिधि नैथानी ने भी इसे ट्वीट करने के साथ पुलिस के ग्रुप पर शेयर किया है।
मसीहा तैनात रहता है
अंधेरी रातों में, सुनसान राहों पर, जुल्म पे नजर रखने को, एक मसीहा तैनात रहता है, जिसे लोग सीसीटीवी कहते हैं। यह लाइनें भी शहंशाह मूवी के गानों से ही ली गई हैं। शहंशाह मूवी का गाना है, अंधेरी रातों में, सुनसान राहों पर, हर जुल्म मिटाने को, एक मसीहा निकलता है, जिसे लोग शहंशाह कहते हैं। इसका मतलब है कि आइज दैट नेवर स्लीप है। सीसीटीवी कैमरा दिन हो या रात हर समय ऑन रह सकता है।
बचना मुश्किल नहीं नामुमकिन है
शहंशाह मूवी के अलावा भी कई सारे स्लोगन तैयार किए गए हैं, जिसमें सीसीटीवी की नजर से बचना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। यह डॉयलॉग भी सीसीटीवी कैमरों पर फिट बैठता है, क्योंकि यदि सीसीटीवी कैमरा सही जगह पर लगा हो और सही क्वालिटी का हो तो इसमें सब कुछ रिकॉर्ड हो जाता है। इन सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को क्राइम को वर्कआउट करने में काफी हेल्प मिलती है।
अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने पर जोर
दृष्टिकोण प्रोग्राम में कई नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने मौजूदा समय में हाईटेक कैमरों के बारे में जानकारी दी। मौजूदा समय में ऐसे कैमरे आ रहे हैं, जो आईपी बेस्ड हैं। इन कैमरों को इंटरनेट से कम्प्यूटर व मोबाइल से कनेक्ट किया जा सकता है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे अपनी जद की एरिया में होने वाली एक्टिविटी का सूचना भी कनेक्टिविटी की माध्यम से दे सकते हैं। पुलिस भी शहरों में सीसीटीवी कैमरे लगवा रही है। इन कैमरों को कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाएगा। जिससे यूपी 100 को को सूचना मिल जाएगी और फिर संदिग्ध लगने पर पीआरवी भी मौके पर भेजी जा सकती है।