नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को कोविड-19 की स्थिति के कारण बोर्ड परीक्षाओं को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। इस साल की तरह 2021-22 के सिलेबस में भी कटौती की जा रही है। सीबीएसई ने कहा कि कक्षा 10वीं और 12वीं के शैक्षणिक सत्र 2021-22 को दो भागों में विभाजित किया जाएगा। प्रत्येक सत्र में लगभग 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम होगा। इसके अलावा 10वीं परीक्षा के रिजल्ट के लिए 9वीं के मार्क्स और 12वीं रिजल्ट के लिए 11वीं के मार्क्स का विशेष रोल होगा।
Academic session 2021-22 of class 10th & 12th to be divided into 2 terms with approx 50% syllabus in each term. Syllabus for Board examination 2021-22 will be rationalized similar to that of last academic session to be notified in July 2021: Central Board of Secondary Education pic.twitter.com/8vyfPUhWX7
— ANI (@ANI) July 5, 2021
इस टाइम पर होगी परीक्षा
सीबीएसई के निदेशक (अकादमिक) जोसेफ इमैनुएल के एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, एक टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर, 2021 में आयोजित होगी। वहीं दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल, 2022 में आयोजित होगी। बोर्ड ने 2021-22 शैक्षणिक सत्र के लिए पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने और आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट वर्क को अधिक 'विश्वसनीय' और 'वैध' बनाने की योजना की भी घोषणा की है।
इस तरह से होंगे पेपर
पहले सत्र की परीक्षाओं में मल्टीपल च्वाइस प्रश्न (MCQ) होंगे। ये परीक्षाएं 90 मिनट की अवधि की होंगी और ये रैशनलाइजिंग सिलेबस के केवल पहले पार्ट को कवर करेंगे। बोर्ड प्रश्न पत्रों और मार्किंग स्कीम को स्कूलों को भेजेगा। वहीं दूसरे सत्र में दो घंटे के पेपर होंगे। इसमें विभिन्न प्रारूपों (केस-बेस्ड/ सिचुएशन बेस्ड, ओपन एंडेड- शाॅर्ट एन्सर / लाॅन्ग टाइप) के प्रश्न होंगे। हालांकि यदि मार्च-अप्रैल, 2022 में हालात सामान्य नहीं हुए तो दूसरे सत्र की परीक्षा भी 90 मिनट के मल्टीपल च्वाइस प्रश्न के रूप में ही आयोजित होगी।
National News inextlive from India News Desk