नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पेपर लीक होने की घटनाओं पर अब रोक लग सकती है। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने सीबीएसई के लिए एक खास किस्म का सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसके तहत सीबीएसई की परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को डिजिटल इन्क्रप्शन के तहत प्रश्न पत्र दिए जाएंगे। पेपर परीक्षा केंद्रों पर आधे घंटे पहले भेजे जाएंगे।
डिजिटल प्रश्न पत्र आसानी से नहीं खोले जा सकेंगे
माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारियों के मुताबिक परीक्षा के दौरान सीबीएसई प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्रों में ई-मेल के जरिए वन ड्राइव का एक लिंक भेजा जाएगा। इस लिंक में ही प्रश्न-पत्र होगा, जो परीक्षा केंद्रों पर डाउनलोड किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया इनक्रिप्टेड रहेगी। खास बात तो यह है डिजिटल प्रश्न पत्र आसानी से नहीं खोले जा सकेंगे। पेपर दो बार सर्टिफाई करने के बाद ही खुल सकेगा।
ओटीपी सॉफ्टवेयर में डालने के बाद प्रश्न पत्र खुलेगा
इस प्रक्रिया में ओटीपी पासवर्ड परीक्षा पर्यवेक्षकों को भेजा जाएगा। ओटीपी को सॉफ्टवेयर में डालने के बाद ही प्रश्न पत्र खुलेगा। परीक्षा पर्यवेक्षकों को पहले अपना सत्यापन कराना होगा। उसके बाद ही वे प्रश्न पत्र को डाउनलोड कर पाएंगे। वहीं इस सॉफ्टवेयर से परीक्षा नियंत्रक विंडोज 10 और माइक्रोसॉफ्ट के ऑफिस 365 के माध्यम से पूरी प्रणाली को आसानी से ट्रैक कर सकेंगे।
हाल ही में सीबीएसई ने इसका परीक्षण भी कर लिया
सीबीएसई ने इसका परीक्षण भी कर लिया है। इस साल बीती जुलाई में कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित हुई थी। इसमें 10वीं के 487 केंद्रों में करीब चार हजार परीक्षार्थी बैठे थे। इस दौरान किया गया परीक्षण सफल भी रहा है। वहीं बता दें कि इस साल सीबीएसई की परीक्षा मे 10वीं के गणित और 12वीं के इकोनॉमिक्स विषयों का पेपर लीक होने की बात सामने आई थी। ये मामले सु्रीम कोर्ट तक गए थे।
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