नई दिल्ली (एएनआई)। कैप्टन ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चल रहे किसान आंदोलन पर चर्चा की। कैप्टन ने तीनों कृषि कानूनों को तुरंत रद करके संकट का अर्जेंट हल निकालने की अपील की। यह बैठक पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू के रिजाइन करने के बाद हुई। कयास लगाए जा रहे थे कि कैप्टन बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
Former Punjab CM Captain Amarinder Singh has made it clear he wasn't joining the BJP but had no intention of continuing in Congress, which he said was going downhill with senior leaders completely ignored and not given a voice: Office of Capt Amarinder Singh pic.twitter.com/d0dbi5zMzY
— ANI (@ANI) September 30, 2021
अपनी राजनीतिक स्थिति को लेकर खुलकर बोले कैप्टन
हालांकि बृहस्पतिवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह साफ कर दिया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि कांग्रेस में बने रहने की उनकी अब कोई मंशा नहीं है। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनकी अनदेखी की है। कैप्टन के कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस नेतृत्व ने उनका अपमान किया है।
Met Union Home Minister @AmitShah ji in Delhi. Discussed the prolonged farmers agitation against #FarmLaws & urged him to resolve the crisis urgently with repeal of the laws & guarantee MSP, besides supporting Punjab in crop diversification. #NoFarmersNoFood
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 29, 2021
कांग्रेस नेतृत्व पर अपमान का आरोप लगा दिया था इस्तीफा
18 सितंबर को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने मीडिया में आकर कहा था कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उनका अपमान किया है। सिद्धू की जमकर आलोचना करते हुए कैप्टन ने कहा था कि वह स्थिर व्यक्ति नहीं हैं। अगले चार महीनों में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इस बैठक को बीजेपी की कवायद मानी जा रही है।
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