Buddha Purnima 2022 Wishes, Quotes & Status - Gautam Buddha Quotes : पूरी दुनिया जिन्हें भगवान बुद्ध या महात्मा बुद्ध के नाम से जानती और मानती है। वास्तव में उनका नाम सिद्धार्थ गौतम था। बचपन में इस नाम से पुकारे जाने वाले सिद्धार्थ बाद में वो भगवान बुद्ध कहलाए और उन्होंने ही बौद्ध धर्म की तमाम प्रथाओं, परंपराओं और इसके मुताबिक आदर्श जीवन को परिभाषित किया। हर साल बैशाख माह की पूर्णिमा को भगवान गौतम बुद्ध का जन्मोत्सव मनाया जाता है। बौद्ध धर्म के अनुयायी बुद्ध पूर्णिमा के इस दिन को बड़े ही उत्साह के साथ पारंपरिक ढंग से मनाते हैं। महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन में तमाम ऐसे उपदेश दिए, जो बौद्ध धर्म के आदर्श वाक्य बन गए। तो यहां पढें महात्मा बुद्ध की कुछ सबसे प्रमुख प्रेरणादायी बातें और उन्हें सभी के साथ करें शेयर...
1: प्रभु का हाथ आपके सिर पर हो,
सुख समृद्धि आपके दर पर हो
जो आप चाहे वो जरूर पाएं
बुद्ध जयंती 2021 की शुभकामनाएं...
2: हर दिन आपके जीवन में ले आए
सुख, शांति और समाधान
श्रद्धा और अहिंसा के दूत को
आज तहे दिल से प्रणाम...
Happy Buddha Purnima 2021
3: बुद्धा जयंती के पावन मौके पर
आपको मन की शांति मिले
प्रेम और श्रद्धा के फूल हर दिन आपके मन में खिलें
बुद्ध जयंती की शुभकामनाएं
4: आप अनंत सुख और शांति की राह पर चलें...
आप सभी को 2021 बुद्ध पूर्णिमा की
हार्दिक शुभकामनाएं
Happy Buddha Jayanti 2021
5: सच का साथ देते रहो
अच्छा सोचो अच्छा कहो
प्रेम धारा बनके बहो
आपके लिए बुद्ध जयंती शुभ हो
हैप्पी बुद्ध जयंती 2021
6: न हो द्वेष, न हो क्लेष
न हो मन में कोई भी शक
भगवान बुद्ध दे आपको
सुख, समृद्धि और शांति
आरंभ से अंत तक
Happy Buddha Jayanti...
7: भगवान बुद्ध हमें प्रेम, शांति और
सच्चाई के मार्ग पर अग्रसर करें...
हैप्पी बुद्ध पूर्णिमा 2021
8: बुद्ध जयंती के पावन मौके पर
आपको मन की शांति मिले प्रेम
और श्रद्धा के फूल हर दिन आपके
मन में खिले...
हैप्पी बुद्धा जयंती 2022
Gautam Buddha Quotes Hindi:
1: जो कुछ भी तुम्हारा नहीं है, उसे जाने दो, ऐसा करके तुम्हे लंबी खुशी और लाभ ही प्राप्त होगा - बुद्धा
2: क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी अन्य पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं - बुद्धा
3: वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पास पचास संकट हैं, वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके लिए एक भी संकट नहीं है - बुद्धा
4: घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है। - गौतम बुद्ध
5: आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिए। जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति कभी नहीं मिलती। - बुद्धा