लखनऊ (पीटीआई)। बसपा ने शनिवार को एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन दिया, जिनके इस पद पर काबिज होने वाली पहली आदिवासी नेता और दूसरी महिला होने की संभावना है। मुर्मू ने शुक्रवार को 18 जुलाई के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी को कागजात का सेट सौंपा।

बीजेपी या कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं
बसपा सुप्रीमो मायावती ने यहां कहा, "बसपा ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है, यह ध्यान में रखते हुए कि आदिवासी समाज पार्टी के आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।" उन्होंने कहा, "यह फैसला बीजेपी या एनडीए को समर्थन देने और न ही विपक्षी यूपीए के खिलाफ जाने के लिए लिया गया है, बल्कि हमारी पार्टी और एक सक्षम और समर्पित आदिवासी महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के उसके आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया गया।"

पार्टी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र
बसपा अध्यक्ष ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में निर्णय लेते समय उन्हें परामर्श से बाहर रखने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव पर अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को कांग्रेस, टीएमसी और एनसीपी समेत कई विपक्षी दलों ने संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है।

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