लखनऊ (एएनआई)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने गुरुवार को पेगास जासूसी कांड को उठाया। बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा संसद का चालू मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। देश जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है। पेगासस जासूसी कांड को लेकर भी संसद में काफी हंगामा मच रहा है फिर भी केंद्र सकरार इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं। देश काफी चिंतित है।
सुप्रीम कोर्ट से जांच की मांग की
ऐसी स्थिति में बसपा सुप्रीम कोर्ट से यह अनुरोध करती है कि वह देश में इस बहुचर्चित पेगासस जासूसी कांड के मामले में खुद ही संज्ञान लेकर इसकी जांच अपनी निगरानी में कराए जिससे इसको लेकर सच्चाई जनता के सामने आ सके। विपक्षी दल लोकसभा और राज्यसभा दोनों में तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और पेगासस कांड के आरोपों की जांच सहित अपनी मांगों को लेकर स्थगन को मजबूर कर रहे हैं। 19 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही दोनों सदनों में लगातार विपक्ष द्वारा विरोध हो रहा है।
विपक्ष समझाैता नहीं चर्चा चाहता है
वहीं कल बढ़ती महंगाई, पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानूनों जैसे कई मुद्दों पर दोनों सदनों में मोदी सरकार को घेरने की रणनीति और भविष्य की कार्रवाई के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में एक बैठक की थी। बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि था सरकार यह कहकर विपक्ष को बदनाम कर रही है कि हम संसद को चलने नहीं दे रहे हैं, जबकि हम नागरिकों, किसानों और देश की सुरक्षा से संबंधित मामलों को उठा रहे हैं। हम महंगाई, पेगासस और किसानों के मुद्दों पर समझौता नहीं चर्चा करना चाहते हैं।
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