बिना सिमकार्ड के 'विंग्स' ऐप द्वारा देश के किसी मोबाइल या लैंडलाइन पर कर सकेंगे कॉल
कानपुर। सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने आज देश में पहली इंटरनेट टेलीफोनी सेवा की शुरुआत की है जो उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल ऐप के माध्यम से भारत में किसी भी टेलीफोन मोबाइल नंबर को फ्री कॉलिंग की सुविधा देगी। पीटीआई के मुताबिक अब बीएसएनएल ग्राहक देश के किसी भी फोन नंबर पर कंपनी के मोबाइल ऐप "विंग्स" का उपयोग करके कॉल कर पाएंगे। बता दें मोबाइल पर कॉल करने के मामले में 'विंग्स' देश में अपनी तरह की पहली ऐप है, क्योंकि इसे बिना सिमकार्ड के इस्तेमाल किया जा सकेगा। अभी तक किसी मोबाइल कॉलिंग ऐप से सिर्फ किसी दूसरी ऐप पर ही कॉल किया जा सकता था लेकिन बीएसएनएल की 'विंग्स' ऐप द्वारा देश के किसी भी मोबाइल या टेलीफोन नंबर पर बातचीत की जा सकेगी।

bsnl की 'wings' ऐप से कर पाएंगे फ्री कॉलिंग! लाइफ टाइम के लिए देनी होगी बस इतनी सी फीस

किसी भी वाई-फाई नेटवर्क से देश के हर मोबाइल नेटवर्क पर कर पाएंगे कॉलिंग

आज दिल्ली में दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बीएसएनएल की इंटरनेट टेलीफोनी सेवा का उद्घाटन करने के दौरान कहा कि इंटरनेट टेलीफोनी के लिए बीएसएनएल प्रबंधन को बधाई देता हूं जो उपभोक्ताओं को बिना सिमकार्ड के मोबाइल कॉल करने की सुविधा देगा। बता दें कि 'विंग्स' सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए बीएसएनएल ग्राहक बीएसएनएल वाई-फाई या किसी दूसरे वाई-फाई नेटवर्क का यूज करके देश में किसी भी नेटवर्क पर कॉल पाएंगे। जानकारी के मुताबिक 'विंग्स' ऐप से कॉलिंग करने के लिए यूजर को सिर्फ वन टाइम फीस देनी होगी। बीएसएनएल के मुताबिक 'विंग्स' ऐप बेस्ड कॉलिंग सर्विस लेने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस इसी हफ्ते शुरु होगा और 25 जुलाई से यूजर्स इसका इस्तेमाल करके कॉलिंग कर पाएंगे।


सिर्फ एक बार दीजिए
1099 रुपए फिर जमकर कीजिए फ्री कॉलिंग
बीएसएनएल की वेबसाइट के मुताबिक 'विंग्स' यूजर्स एक बार इस सर्विस को एक्टीवेट करके पूरे साल भर देश में कहीं भी फ्री कॉलिंग का मजा ले पाएंगे। वेबसाइट पर 'विंग्स' सर्विस को एक्टीवेट करने का लाइफ टाइम चार्ज 1099 रुपए दिया गया है।


दूसरी टेलीकॉम कंपनियां भी शुरु कर सकेंगी ऐप बेस्ड कॉलिंग सर्विस

टेलीकॉम विभाग से जुड़े सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था टेलीकॉम कमीशन ने ऐप बेस्ड इंटरनेट टेलीफोनी सर्विस शुरु करने की परमीशन देश के हर उस कंपनी को पहले ही दे दी थी, जिनके पास वैलिड दूरसंचार लाइसेंस है। जो भी कंपनी ऐसी सर्विस शुरु करेगी, उसे समस्त कॉलिंग सर्विस की निगरानी करनी होगी और वो अपने हिसाब से कॉलिंग से जुड़े नियम और फीस निर्धारित कर पाएंगे।

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