लंदन (रॉयटर्स)। ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे ने पद छोड़ने का ऐलान किया है। वह 7 जून को अपने पीएम पद से इस्तीफा दे देंगी। टेरीजा मे पर पद छोडऩे का दबाव बनाने के लिए बुधवार को ब्रिटेन की सीनियर मिनिस्टर एंड्रिया लीडसम ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में गुरुवार को उन्होंने यह बड़ा ऐलान कर दिया और ब्रेक्जिट को लेकर प्रोसीजर्स पूरा न कर पाने को लेकर इमोशनल स्पीच दिया खत्म करने के दौरान वह अंत में रो पड़ी और फिर स्टेज छोड़कर चली गईं।
..और रो पड़ीं थेरेसा
हालांकि, उन्होंने अपनी इस स्पीच में यह कहा कि देश के सर्वोच्च निर्वाचित पद पर रह कर जनता की सेवा करना उनके लिए गौरव की बात थी और वह चाहेंगी कि अगर उनके जाने से ब्रेक्जिट को लेकर सही रास्ता निकल सकता है तो उनका पद छोड़ऩा ही बेहतर है। उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने अपनी ओर से देश हित में जो हो सकता था वह किया मगर अब वक्त आ गया है जब उन्हें फैसला लेना होगा। उन्होंने कहा कि 7 जून को वह त्यागपत्र दे देंगी और इस दौरान उनकी आंखों से आंसू आ गए। स्पीच खत्म होते ही लाल रंग की ड्रेस पहने टेरीजा की आंसुओं की धारा जब बेकाबू होती दिखी तो अपनी बात कहकर तेजी से अपने आंसू पोंछते हुए स्टेज से बाहर निकल गईं।
क्या है तत्कालिक मामला?
लीडसम के इस्तीफे को थेरेसा के खिलाफ तख्तापलट की ताजा कोशिश के तौर पर देखा जा रहा क्योंकि वह ब्रेक्जिट पर पीएम के रुख से सहमत नहीं थीं। इससे पहले लंदन के पूर्व मेयर और पीएम टेरीजा मे के सबसे बड़े आलोचकों में शुमार कंजरवेटिव पार्टी के नेता बोरिस जॉनसन ने पीएम पद पर अपना दावा ठोका था। पिछले दिनों कंजरवेटिव पार्टी के नेता बोरिस जॉनसन ने ऐलान किया था कि ब्रिटेन की पीएम थेरेसा मे के पद छोडऩे के बाद वह देश में कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व करेंगे। पीएम टेरीजा मे ब्रेक्जिट (यूरोपीय यूनियन से अलगाव) की शर्तों से संबंधित विधेयक पर संसद में चर्चा होने के बाद इस्तीफा देने के लिए तैयार हो गईं।
कैसा रहा टेरीजा का कार्यकाल?
ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे अपने ब्रेक्जिट करार को बचाने की आखिरी कोशिश की संसद द्वारा बुधवार को निंदा किए जाने के बाद अपने राजनीतिक करियर के अंत की ओर देख रही हैं। टेरीजा अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में हैं। टेरीजा मे का कार्यकाल का बड़ा हिस्सा इसी बात पर केंद्रित रहा है कि यूरोपीयन यूनियन (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने के करार पर पूरे देश को एकजुट कैसे किया जाए, लेकिन संसद तीन बार उनके प्रस्तावों को खारिज कर चुकी है। ब्रिटेन के ईयू से बाहर निकलने की मूल समयसीमा 29 मार्च ही थी, लेकिन टेरीजा ने इसके लिए और वक्त मांगा था। ब्रेक्जिट को लेकर कभी ब्रिटिश पार्लियामेंट तो कभी ईयू में लगातार बगावत और अपयश झेल रहीं टेरीजा आखिरकार अपने खिलाफ हो रही बगावत के सामने झुक गईं और पद छोडऩे को तैयार हो गईं।
बनी रहेंगी इंटरिम पीएम
ऐसी उम्मीद है कि 62 वर्षीय मे कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर डाउनिंग स्ट्रीट में रहती रहेंगी और जून की शुरुआत में अमेरिकी प्रेसीडेंट के राजकीय दौरे के दौरान पद पर बनी रहेंगी। नए नेता के जुलाई के अंत तक पद संभालने की उम्मीद है।
कैंब्रिज में बिताएंगी वक्त
* इस घोषणा के साथ मे के करियर का अंत भी माना जा रहा है और माना जा रहा है कि 62 साल की टेरीजा अब एक्टिव पॉलिटिक्स से अलविदा ले लेंगी।
* वह जल्द ही 10 डाउनिंग स्ट्रीट के पीएम आवास को अपने पति के साथ छोड़कर कैंब्रिज में अपना वक्त बिताएंगी।
कैसा था टेरीजा का स्वभाव?
* टेरीजा ने खुद ही एक बार स्वीकार किया था कि वह बहुत मजबूत महिला हैं और उन्हें समझ पाना बहुत मुश्किल है।
* टेरीजा के बारे में माना जाता है कि वह आसानी से हार नहीं मानतीं और पिछले 3 साल से ब्रेक्जिट डील को लेकर उनके प्रयासों, बगावतों के बावजूद डटे रहने के रवैये से यह साफ भी हो गया मगर उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके कार्यभार का अंत ऐसा होगा।
टेरीजा के बारे में जानिए
पीएम बनना था सपना
टेरीजा का हमेशा से देश का पीएम बनने का सपना था और माग्रेट थेचर के बाद वह ऐसा कर सकने वाली पहली महिला भी बनीं मगर उनका अंत निराशाजनक रहा।
नहीं थे ज्यादा दोस्त
टेरीजा को गंभीर मगर भावुक स्वभाव वाला शख्स माना जाता था जिनके बहुत ज्यादा दोस्त नहीं थे और उनका स्वभाव बहुत मुखर नहीं था। यही कहीं न कहीं उनके पतन का कारण बना।
पति का सपोर्ट अहम
वैसे, उनके पति फिलिप मे और उनके बीच कमाल की बॉन्डिंग है और थेरेसा का मानना है कि यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
बेनजीर ने कराई थी मुलाकात
माना यह भी जाता है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने वाली टेरीजा और उनके पति को पाकिस्तान की फॉर्मर पीएम बेनजीर भुïट्टो ने ही पहली बार मिलवाया था।
संतान न होने का दुख
टेरीजा और इनवेस्टमेंट बैंकर फिलिप की कोई संतान नहीं है और इसका टेरीजा को अफसोस रहा मगर यह कभी उनके रिश्ते की रुकावट नहीं बना।
स्विस अल्प्स है पसंद
टेरीजा व उनके पति स्विफ्ट वॉकर्स हैं और दोनों को छुट्टियों में स्विस अल्प्स की चढ़ाई करना पसंद है। मे को क्रिकेट का भी काफी शौक रहा है।
2016 में टेरीजा ने संभाला था पीएम का पदभार
2019 तक उन पर थी ब्रेक्जिट को पूरा कराने की जिम्मेदारी जिसे वह पूरा नहीं कर पाईं।
05 बार संसद में खुलेआम हुई उनके खिलाफ बगावत और उन्हीं के कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने नहीं दिया साथ।
बड़ा सवाल: अगला पीएम कौन?
मे को रिप्लेस करने के लिए विपक्षी बोरिस जॉन्सन, निगेल फराज और लेबर पार्टी के जेम्स कॉर्बिन का नाम सबसे आगे आ रहा है।
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