न्यूज वेबसाइट इंटरसेप्ट ने एनएसए के पूर्व कांट्रैक्टर एडवर्ड स्नोडेन द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर यह दावा किया है. इसके मुताबिक एनएसए और जीसीएचक्यू ने सिम में इस्तेमाल होने वाली अति सुरक्षित कुंजियों तक पहुंच बना ली. इन कुंजियों की मदद से ब्रिटिश और अमेरिकी जासूस मोबाइल पर होने वाली बातचीत, मैसेज और ई-मेल की निगरानी करने में सक्षम हैं.
जारी हैं हमले
विशेषज्ञों के मुताबिक यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का साफ-साफ उल्लंघन है. जॉन हॉपकिंस सूचना सुरक्षा संस्थान में क्रिप्टोलॉजिस्ट मैथ्यू ग्रीन ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस खुलासे के बाद भी हमले जारी है. चोरी की गई कुंजी खुफिया एजेंसियों को बिना सेवा प्रदाता की मंजूरी के मोबाइल संचार पर निगरानी करने की सुविधा देती है.
जांच के आदेश
जेमाल्टो ने अमेरिका और ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों द्वारा कंपनी का डाटाबेस हैक करने की रिपोर्टों की सच्चाई जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं.
साधी चुप्पी
इस खुलासे पर अमेरिका और ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों ने चुप्पी साध ली है. जीसीएचक्यू ने कहा कि वह खुफिया गतिविधियों पर सार्वजनिक तौर पर टिप्पणी नहीं करती. वहीं, एनएसए ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है.Hindi News from World News Desk
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