दावा किया जा रहा है कि ये घटना 16 मार्च को साओ पावलो के पास एक इलाक़े ब्रास में हुई. ये इलाक़ा ड्रग तस्करी के लिए कुख्यात है. सिक्यूरिटी कैमरा की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि दो हथियारबंद लोग इन युवकों को काफ़ी नज़दीक से गोली मार रहे हैं. पास ही एक पुलिस की कार भी दिख रही है.
अभियोजकों का कहना है कि पुलिस अधिकारियों ने न तो हिंसा रोकने की कोशिश की और न ही हत्यारों को पकड़ने की. साओ पावलो के नरसंहार मामलों से जुड़े विभाग की निदेशक एलिज़ाबेथ साटो ने कहा, "सीसीटीवी फुटेज चकित करने वाला है. ये दिखाता है कि कार में मौजूद पुलिसकर्मी कम से कम अपने कर्तव्यों में चूक के दोषी हैं."
आरोप
ब्राज़ील के सबसे बड़े शहर साओ पावलो में ये आरोप लंबे समय से लगते रहे हैं कि बदमाश पुलिस अधिकारी आपराधिक गैंग्स के ख़िलाफ़ बदले की कार्रवाई के तहत हत्याओं को अंजाम देते हैं.
लेकिन इन हमलों में अक्सर आम लोगों की जान चली जाती है. सीसीटीवी पर रिकॉर्ड की गई तस्वीरों को रविवार की रात ग्लोबो टीवी के कार्यक्रम 'फैन्टास्टिको' में दिखाया गया. एलिज़ाबेथ साटो का कहना है कि एक युवक उस समय मोबाइल फोन पर बात कर रहा था, जब दो हत्यारे उसके पास पहुँचे.
जिस व्यक्ति से वो युवक फोन पर बात कर रहा था, उन्होंने सुना कि हत्यारे चिल्ला कर ये कह रहे थे कि वे पुलिसवाले हैं और वे अपना हाथ उठा लें. मारे गए एक 14 वर्षीय युवक पिउई के परिजनों से इससे इनकार किया है कि पिऊई किसी तरह ड्रग्स के मामलों से जुड़ा हुआ था.
इस युवक को छह गोलियाँ मारी गई. दूसरा युवक 18 वर्ष का था और उसे 12 गोलियाँ मारी गईं. पुलिस ने मारे गए दूसरे युवक का नाम सार्वजनिक नहीं किया है.
तीसरा युवक मौक़े से भागने में कामयाब रहा. पुलिस इस युवक की तलाश कर रही है. जाँच जारी रहने तक ये सभी आठ पुलिस अधिकारी हिरासत में रहेंगे.
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