इस घटना ने ब्राजी़ल को हिला कर रख दिया है और सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही है. इससे पहले, मार्च महीने के आखिरी दिनों में एक पर्यटक के बलात्कार की घटना हुई थी. इस घटना से अगले साल होने वाले फुटबॉल विश्व कप और 2016 में ओलंपिक की सुरक्षा के बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं.
कुछ दिन बाद, यात्रियों से भरी एक बस में चालक और एक यात्री के बीच कहासुनी होने के बाद बस एक पुल से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें सात लोग मारे गए थे. इन घटनाओं के बाद, रियो डी जेनेरो के मेयर एडुआर्डो पेस ने सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा बढ़ाने और उनकी जाँच कड़ी करने का संकल्प लिया था.
नशीली दवाओं का असर
संवाददाताओं का कहना है कि शुक्रवार की दोपहर हुए इस हमले से ब्राज़ील को नया झटका लगा है. प्रत्यक्षदर्शियों ने अधिकारियों को बताया कि हमलावर 10 यात्रियों के झुंड को वाहन में आगे ले गया और उसने ड्राइवर से लगातार गाड़ी चलाते रहने को कहा. बताया जाता है कि यात्रियों को लूटने के बाद हमलावर ने एक तीस साल की महिला पर बंदूक से वार किया और उसके बाद बलात्कार किया.
प्रत्यक्षदर्शी का कहना था कि ऐसा लग रहा था कि उस व्यक्ति ने क्लिक करें नशीली दवाएं ले रखीं थीं. घटना को अंजाम देने के बाद वो व्यक्ति बस से उतर गया और भाग गया. पुलिस का कहना है कि बस के वीडियो फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है, साथ ही संदिग्ध का स्केच भी तैयार किया जा रहा है.
रियो डी जनेरो और ब्राजील के अन्य शहरों में बसों में डकैती की घटनाएं आम हैं, लेकिन इन हिंसक हमलों और क्लिक करें अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस से स्थानीय मीडिया भी सकते में है.
फुटबॉल विश्व कप और ओलंपिक जैसे वैश्विक खेल आयोजनों के चलते अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती हिंसा पर काबू करने की है.
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