धमाके की वजह से आस-पास के कई वाहन और एक इमारत भी नष्ट हो गई.
बेरुत के इस दक्षिणी इलाके में शिया चरमपंथी समूह हिज़बुल्ला का ज़बर्दस्त प्रभाव है.
इससे पहले इस शहर में पिछले दिनों सीरिया युद्ध के चलते शिया-सुन्नी संघर्ष की वजह से भी तनाव पैदा हो गया था.
पिछले शुक्रवार को हुए एक कार बम धमाके में सुन्नी समुदाय के एक मंत्री की मौत हो गई थी जो कि हिज़बुल्ला के आलोचक थे. इस घटना में छह अन्य लोग भी मारे गए थे और पचास से ज्यादा लोग घायल हो गए थए.
पूर्व प्रधानमंत्री साद हरीरी ने इस ने इस घटना के लिए हिज़बुल्ला को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन हिज़बुल्ला ने फिलहाल इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
हिजबुल्ला के टीवी स्टेशन अल-मनवर में विस्फोट के बाद के अफरा-तौफरी माहौल और जलते हुए वाहनों की तस्वीरों को दिखाया गया है.
वहीं लेबनान के सैन्य अधिकारियों का कहना है कि विस्फोटक को किसी कार में ही रखा गया था.
हिज़बुल्ला का दफ़्तर
जिस जगह धमाका हुआ वहां घर और दुकानों के अलावा रेस्त्रां और आवासीय इमारतें हैं. टेलीविज़न के मुताबिक ये विस्फोट जहां हुआ, वहां से हिज़बुल्ला के राजनीतिक दफ़्तर की दूरी महज़ कुछ सौ मीटर ही है.
लेबनान के राजनेताओं ने इस विस्फोट की निंदा की है.
हिज़बुल्ला के उप नेता शेख नईम क़ासिम ने शांति और नई सरकार के गठन की अपील की है.
सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ चल रहे गृह युद्ध में हिज़बुल्ला ने अपने लड़ाकों को राष्ट्रपति असद की मदद के लिए भेज रखा है.
दिसंबर की शुरुआत हिज़बुल्ला के एक वरिष्ठ कमांडर हसन लक्की की उनके घर के बाहर ही हत्या कर दी गई थी.
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