खासी नाराज है सरकार
जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की हत्या की साजिश रचने की कहानी पर आधारित अमेरिका में बनी फिल्म को लेकर देश की सरकार खासी नाराज है. सरकार का कहना है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि अमेरिका उनके देश के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए इस फिल्म का हर तरह से समर्थन कर रहा है.

क्या कहना है सरकार के प्रवक्ता का
वहीं बताया जा रहा है कि इससे पहले जून में सरकार के एक प्रवक्ता ने इस फिल्म को पूरी तरह से युद्ध जैसी कार्रवाई ही बताया था. वहीं प्रवक्ता ने अमेरिका को 'आतंकवाद का अड्डा' भी करार दिया है. व्हाइट हाउस व पेंटागन का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी पूंजीवाद के इन गढ़ों की पहले ही धज्जियां उड़ाई जा चुकी हैं. एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मिली जानकारी में बताया गया है कि उत्तर कोरिया पहले ही कठोर जवाबी कार्रवाई कर चुका है. इससे और ज्यादा गंभीर गलतफहमी और कुछ भी नहीं हो सकती कि इस जवाबी कार्रवाई में सिर्फ एक फिल्म निर्माण कंपनी को सीधे तौर पर निशाना बनाया गया है.

उत्तर कोरिया प्रशासन ने दिया जवाब
उधर, उत्तर कोरिया प्रशासन ने भी इसको लेकर कहा है कि सेना और देश की जनता साइबर युद्ध क्षेत्र सहित सभी युद्ध क्षेत्र में अमेरिका को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उत्तर कोरिया ने परमाणु क्षमता सहित रक्षा क्षमता को और भी ज्यादा मजबूत करने का संकल्प लिया. संकल्प लेते हुए उत्तर कोरिया ने कहा था कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु विहीन करने से अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति के बीच यह अपना अर्थ खो देगा. हालांकि उत्तर कोरिया ने इसको लेकर यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वास्तविक साइबर हमले से उसका कहीं भी कोई भी लेना देना नहीं है. 'गार्जियन ऑफ पीस' नामक संगठन ने इस साइबर हमले की पूरी तरह से जिम्मेदारी ली थी.

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