पिछले 18 महीनों से सार्वजनिक जीवन से अनुपस्थित बो शिलाई को कम्युनिस्ट पार्टी में तेज़ी से उभर रहा शक्तिशाली नेता माना जाता था. 64 वर्षीय बो पार्टी की चोंगकिंग इकाई के प्रमुख थे.
बो शिलाई को चीन की पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी में शामिल किए जा सकने वाले संभावित उम्मीदवारों में गिना जाता था. सात सदस्यों वाली यह कमेटी चीन की सबसे ताकवर राजनीतिक संस्था है.
बो की पत्नी गू काईलाई को ब्रितानी व्यवसायिक सलाहकार नील हेवुड की हत्या के आरोप में सजा मिल चुकी है.
फरवरी 2012 में सामने आए हेवुड हत्याकांड मामले में बो की पत्नी गू काईलाई की भूमिका के चलते बो को पार्टी से निकाल दिया गया था.
हत्याकांड की पड़ताल के दौरान लीपापोती के आरोपों में बो के पूर्व सहायक और प्रांतीय पुलिस प्रमुख वांग लिजुन को भी सज़ा हो चुकी है.
गोपनीय मुकदमा
इस मुकदमे में विदेशी पत्रकारों को शामिल होने दिया जाएगा या नहीं इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
जिनान की इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट में गुरुवार को बो पर मुकदमे की कार्रवाही शुरू हुई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार गुरुवार को पुलिस की कार और वैन का काफिला अदालत पहुँचा. अदालत के दरवाजे और उसके आसपास की सड़क पर पुलिस तैनात है.
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस मुकदमे की कार्यवाही को किस सीमा तक सार्वजनिक किया जाएगा.
गू काईलाई और वांग लिजुन के मुकदमे में किसी भी विदेशी पत्रकार को शामिल नहीं होने दिया गया था.
यह भी स्पष्ट नहीं है कि बो पर चलने वाला मुकदमा कितने दिन चलेगा और उनके मुक़दमे का हेवुड के मामले से क्या संबंध है.
सफाई का मौका
चीन में इंटरनेट पर बो शिलाई के पक्ष और विपक्ष में टिप्पणियाँ हो रही हैं.
बो के पुत्र गुआगुआ ने सप्ताह की शुरुआत में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि मुझे विश्वास है कि मेरे पिता को "बगैर किसी बाधा के अपने आलाचकों को जवाब देने और अपनी सफाई देने” का अवसर मिलेगा.
गुआगुआ ने यह भी कहा कि यदि मेरे पिता के 'अपराध स्वीकार' कर लेने और मेरी माँ द्वारा मुकदमें में किए जा रहे 'सहयोग' को ध्यान में रखा जाएगा तो उन्हें ज़्यादा सजा नहीं होगी.
कुछ अपुष्ट ख़बरों के अनुसार बो की पत्नी उनके ख़िलाफ अदालत में गवाह के रूप में प्रस्तुत हो सकती हैं.
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