जेपी अस्पताल में चल रहा था इलाज
हुकुम सिंह को इधर पिछले कई दिनों से सांस लेने में काफी तकलीफ थी। उनका इलाज नोएडा के जेपी अस्पताल में चल रहा था। हुकुम सिंह मौत पर कई बड़ी राजनैतिक हस्तियां सोशल मीडिया से लेकर उनके घर पर जाकर शोक जता चुकी हैं।
प्रधानमंत्री जताया ने जताया गहरा दुख
प्रधानमंत्री ट्वीटर पर दुख जताते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता और सांसद हुकुम सिंह ने जनता के हित में सोचा है। उन्होंने किसानों की बेहतरी के कई काम किए हैं।
1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में लड़े
5 अप्रैल 1938 को कैराना में जन्में हुकुम सिंह को बचपन से ही देश के लिए कुछ करने की लालसा रही है। पढाई करने के बाद वह सेना में चले गए थे। खास बात तो यह है कि इन्होंने 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में हिस्सा भी लिया था।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा
1969 में रिटायर होने के कुछ दिन बाद तक वकालत की। इसके बाद 1974 में यह राजनीति में आए और कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। हालांकि 1995 में इन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।
नाम के मुताबिक रही उनकी हुकूमत
2013 में मुज़फ्फरनगर दंगे के बीच कई ऐसे बयान दिए जिनका काफी विरोध भी हुआ था। इसके बाद 2014 में बीजेपी के टिकट से पहली बार चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंच गए। हुकुम सिंह अपने नाम के मुताबिक ही हुकूमत भी करते थे।
बेबाक अंदाजों और बयानों से चर्चा में रहे
अपने बेबाक अंदाजों और बयानों की वजह से वह अक्सर ही चर्चा में रहते थे। हाल ही में कैराना से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाकर वह सुर्खियों में और रेप की घटनाओं के लिए मुस्लिम लड़कों को जिम्मेदार ठहराने पर विवादों में घिरे थे।National News inextlive from India News Desk