कानपुर। 20 जनवरी 1977 को केपटाउन में जन्में पाॅल एडम्स साउथ अफ्रीका के महशूर स्पिन गेंदबाज रहे हैं। एडम्स की खासियत उनकी अनोखी गेंदबाजी थे। वह जिस एक्शन से गेंदबाजी करते थे, उसे किसी क्रिकेट स्कूल में नहीं सिखाया जाता। गेंद फेंकते समय उनका चेहरा आसमान की तरफ रहता और वह गेंद स्टंप की लाइन में फेंक देते थे। उनके इस यूनीक बाॅलिंग एक्शन को देखकर लोग उन्हें 'मेंढक गेंदबाज' कहने लगे। हालांकि उनका निक नेम गोगा है।
90 के दशक में रखा इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम
पाॅल एडम्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 90 के दशक में की। 1995 में जब इंग्लिश टीम अफ्रीका दौरे पर आई तब एडम्स को साउथ अफ्रीकी टेस्ट टीम में जगह मिली। इसके बाद वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे मगर आखिरी टेस्ट उन्होंने 2004 में खेला। इस दौरान एडम्स ने कुल 45 टेस्ट मैच खेेले जिसमें 134 विकेट अपने नाम किए। वहीं वनडे में उनके नाम 24 मैचों में 29 विकेट दर्ज हैं।
नहीं समझ में आती थी गेंदबाजी
एडम्स ने अपने शुरुआती करियर में दुनियाभर के बल्लेबाजों को खूब छकाया। इनका गेंदबाजी एक्शन इतना अनोखा था बल्लेबाज गेंद जल्दी समझ नहीं पाता था। एडम्स का हमेशा मानना रहा है कि वह न तो गुगली फेंकते थे न चाइनामैन, उनकी गेंदबाजी 'इनस्पिनर' और 'आउटस्पिनर' हुआ करती थी।
चोट के चलते खत्म हुआ करियर
पाॅल एडम्स दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिन गेंदबाज बन सकते थे, अगर उन्हें चोट न लगती। दरअसल पाॅल का करियर चोट की भेंट चढ़ गया। कई अहम मौकों पर वह चोटिल होकर टीम से बाहर हुए। फिर दोबारा उनकी साउथ अफ्रीकी टीम में वापसी नहीं हो पाई।
एक भारतीय भी ऐसे ही करता है गेंदबाजी
आपको बता दें एडम्स की तरह एक भारतीय गेंदबाज भी अनोखे स्टाईल में गेंदबाजी करता है। ये भारतीय क्रिकेटर हैं शिविल कौशिक। 23 साल का यह युवा गेंदबाज टीम इंडिया में नहीं मगर आईपीएल 9 में जरूर खेल चुका। कौशिक गुजरात लाॅयन्स टीम का हिस्सा थे और पाॅल एडम्स की तरह ये भी आसमान की तरफ चेहरा रखकर गेंद फेंकते हैं।
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