मुद्दों को रखेंगे क्लिंटन फाउंडेशन के समक्ष

अमेरिका के फॉर्मर राष्ट्रपति बिल क्लिंटन इस महीने भारत दौरा करेंगे. क्लिंटन की इस बार लखनऊ और जयपुर जाने की संभावना है. वो ग्लोबल हेल्थ, जलवायु परिवर्तन और फाइनेंशियल डेवल्पमेंट जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे. क्लिंटन एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी कमिटमेंट को लेकर 16 से 23 जुलाई के बीच भारत, वियतनाम, इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे. वो इन पांच देशों में प्रमुख सामाजिक मुद्दों को लेकर क्लिंटन फाउंडेशन के कार्यों को लोगों के समक्ष रखेंगे.

डायरिया के ट्रीटमेंट सूचना

क्लिंटन के भारत दौरे की बात करें तो 16 जुलाई को उनके जयपुर पहुंचने की संभावना है. जयपुर में वो एक किचन का दौरा करेंगे. इस किचन में स्कूल के बच्चों के लिए दोपहर का लंच तैयार किया जाता है. भारत भर में प्रतिदिन करीब 10 लाख बच्चों का लंच इस किचन में तैयार किया जाता है. लखनऊ में क्लिंटन एक स्कूल और कम्युनिटी सेंटर का दौरा करेंगे. यहां क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनीशिएटिव के जरिए डायरिया के ट्रीटमेंट के लिए जिंक और ओआरएस के इस्तेमाल के बारे में स्वास्थ्य देखभाल प्रशिक्षण और सूचना उपलब्ध कराएंगे.

महज संयोग या कुछ और

इससे पहले क्लिंटन ने मार्च, 2000 में भारत दौरा किया था और उस टाइम अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे और उनकी अध्यक्षता में देश में एनडीए का शासन था. उस वक्त भी क्लिंटन ने जयपुर और आगरा का दौरा किया था. वहीं, इस बार भी जब क्लिंटन भारत आ रहे हैं तो देश में एनडीए का शासन है और नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाल रहे हैं. अब इस महज संयोग कहें या कुछ और लेकिन उम्मीद कर सकते हैं कि पिछले दौरे की तरह ही क्लिंटन का ये भारत दौरा भी सफल होगा.

International News inextlive from World News Desk