पटना ब्‍यूरो। हिंदी विभाग पटना विश्वविद्यालय द्वारा हिंदी दिवस पर हिंदी ई-सामग्री निर्माण एवं कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन पटना विश्वविद्यालय के जय प्रकाश नारायण अनुषद भवन में किया गया। कार्यशाला में लगभग 200 प्रतिभागियों ने लाइव स्क्रीन के साथ अपनी सक्रिय प्रतिभागिता सुनिश्चित की। इस कार्यशाला के पहले दिन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। अजय कुमार सिंह की गरिमामय उपस्थिति रही। उन्होंने अपने उद्घाटन सम्बोधन में अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आधुनिक तकनीक, मुक्त ज्ञान स्त्रोत, ई सामग्री निर्माण से जुडऩे एवं योगदान हेतु विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं एवं शिक्षकों का आह्वान किया।

ज्ञान की नई धारा से जड़ें
विभागाध्यक्ष डॉ दिलीप राम ने कार्यशाला के लिए आई दिल्ली की टीम का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यशाला न सिर्फ हिंदी विभाग के लिए अपितु पूरे विश्वविद्यालय के लिए आधुनिक समय में ज्ञान की नई धारा से जुडऩे के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। प्रो। तरुण कुमार ने कहा कि नई पीढ़ी के सामने नई तकनीक है। जिसके माध्यम से वे अपना ज्ञान तो बढ़ा ही सकते हैं साथ ही ई-सामग्री निर्माण कर ज्ञान के प्रसार में अपना बहुमूल्य योगदान भी दे सकते हैं।

-हिंदी की तुलना में अंग्रेजी भाषा में विकिपीडिया पर उत्तम सामग्री उपलब्ध है
कार्यशाला का नेतृत्व कर रहे डॉ अनिरुद्ध कुमार ने इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी की तुलना में अंग्रेजी भाषा में विकिपीडिया पर अधिक और उत्तम सामग्री उपलब्ध है। हिंदी में ई-सामग्री का निर्माण हिंदी भाषा-भाषी लोगों के कंधों पर है। विकिपीडिया पर हिंदी में ई-सामग्री का निर्माण एवं संपादन करना आधुनिक समय की मांग है। कार्यशाला के तकनीकी सत्र में विकिपीडिया प्रबंधक डॉ। अजीत कुमार तिवारी ने विकिपीडिया पर ई-सामग्री निर्माण एवं संपादन पद्धति पर अपना अपना व्याख्यान दिया।