पटना (ब्यूरो)। सीएम नीतीश कुमार ने फ्राइडे को मुख्यमंत्री आवास में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया। दो साल के अंतराल के बाद मुख्यमंत्री आवास में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया था। कोरोना की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा था। इफ्तार के पहले पटना सिटी स्थित मित्तन घाट खानकाह के सज्जादानशीं सैयद शाह शमीमउद्दीन अहमद मुनअमी की तकरीर हुई। उन्होंने कहा कि इबादत इसलिए कि इंसान अपने मानव धर्म को पहचाने। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इफ्तार के पहले सामूहिक दुआ में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सभी लोग दावत ए इफ्तार में आए। कोरोना के कारण यह आयोजन दो वर्षों से नहीं हो पा रहा था।
इनकी रही मौजूदगी
धर्म का सही मतलब इंसानियत है
अपने तकरीर में सज्जादानशीं मुनअमी ने कहा कि हमें यह चाहिए कि हम अपनी इंसानियत को उजागर करें। धर्म का सही मतलब इंसानियत है। मानवता को मजबूत बनाने वाला कर्मकांड मानवीय मूल्य है। जो इसे मजबूत बनाता है वही धर्म है। इस्लाम दूसरे धर्मों को भी महत्व देता है। यह कहा गया है कि रोजा सभी को दिया गया है।