पटना (ब्यूरो)। लाइफ में सक्सेस के लिए गोल सेट करना सबसे महत्वपूर्ण होता है। जो व्यक्ति गोल बनाकर आगे बढ़ता है, उसे सफलता निश्चित ही मिलती है। बगैर गोल के लाइफ गोल है। लाइफ में कुछ हासिल करने के लिए गोल अवश्य बनाएं। प्रेशर लेकर कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए। जितना लाइट रहेंगे, मंजिल को पाने में उतनी ही आसानी होगी। असफलता के बाद भी कभी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि जिसे पहले असफलता मिली है, वही सफल होता है। ये बातें विद्यापति भवन में मंगलवार को अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट कॅरियर पाथवे सेमिनार के पहले दिन के दोनों सेशन्स में एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स को बताईं। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन भी किया। इस दौरान उन्होंने कई तरह के स्टूडेंट्स के दिमाग को परखा और कैसे सफलता प्राप्त कर सकते हैं, इसपर विस्तृत जानकारी दी। मंगलवार को दोनों सेशन्स में स्टूडेंट्स ने कॅरियर के बारे में काफी कुछ जाना और लकी ड्रा में बच्चों ने खूब एंजॉय किया। सभी स्कूलों के टीचर्स को सम्मानित भी किया गया।

लैंप लाइटिंग से कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के आरईएच श्याम शरण, अमृता विश्वविद्यापीठम के असिस्टेंट मैनेजर और कॅरियर एक्सपर्ट शुभम तोमर, मेमोरी ट्रेनर और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। तुषार चेतवानी, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट पटना के एडिटोरियल हेड उज्ज्वल कुमार ने लैंप लाइटिंग कर किया। इसके बाद सरस्वती वंदना हुई। सभी अतिथियों का स्वागत पौधा भेंट कर किया।

2032 को करें टारगेट
अमृता विश्वविद्यापीठम के असिस्टेंट मैनेजर और कॅरियर एक्सपर्ट शुभम तोमर ने कहा कि 12वीं के बाद आप कॅरियर शुरू करने को कॉलेज का चयन करते हैं। इसमें सबसे पहले उस यूनिवर्सिटी की नैक ग्रेडिंग, कैंपस, फैकल्टी, कोर्सेस और प्लेसमेंट जैसी चीजों का अवलोकन कर लें। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि आप लोग वर्ष 2032 तक ही अपनी स्टडी पूरी कर कॅरियर को हासिल करेंगे। इसलिए तब की रिक्वायरमेंट और चेलेंजेज को ध्यान में रखते हुए ही कोर्स का चयन करें। उन्होंने कहा कि कॅरियर के चुनाव को पैशन, ट्रेंड, एबिलिटी और स्किल्स मोस्ट इंपोर्टेंट हैं। जो स्टूडेंट्स इन बातों को ध्यान रखते हुए अपने कॅरियर का चुनाव करते हैं उन्हें लाइफ में सेक्सेस मिलना करीब तय होता है। इसके बाद भी कॅरियर के लिए प्लान बी होना चाहिए।

कई क्षेत्र में कॅरियर ऑप्शन
अमृता विश्वविद्यापीठम के असिस्टेंट मैनेजर और कॅरियर एक्सपर्ट शुभम तोमर ने कहा कि एआई रोबोटिक को ह्यूमन इंटेलिजेंस ने बनाया है। उन्होंने बताया कि हर साल 24 से 25 लाख स्टूडेंट नीट की और करीब 15 लाख स्टूडेंट जेईई की परीक्षा देते हैं, लेकिन सीमित सीट होने के कारण हर किसी को उसमें एडमिशन नहीं मिल सकता। ऐसे में साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट एमबीबीएस और जेईई के अलावा कई क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि मैथ स्ट्रीम के बच्चों के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से कई कैंपेन चलाए जा रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेजिलेंस, बिग डाटा, डाटा साइंस, एआई एंड रोबोटिक, साइबर सिक्योरिटी, लॉक चैन इंजीनियरिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और इंटरनेट थिंक जैसे कोर्स यहां उपलब्ध है। बायो के स्टूडेंट बीएसी एनेस्थिसिया टेक्नोलॉजी, बीएसई कार्डियो वस्क्यूलर टेक्नोलॉजी, बीएसई क्लीनिकल, न्यूट्रिशियन, डाइटेटिक्स, एंड फूड साइंस, बीएसई इमरजेंसी, मेडिकल टेक्नोलॉजी, बीएसई डायलसिस थेरेपी, बीएसई ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी, बीएसई रेस्पिरेटरी, बीएसई कार्डिक परफ्यूजन टेक्नोलॉजी, बीएसई ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी आदि कोर्स चल रहे हैं, जिसमें इंटर के बाद स्टूडैंट अपना कॅरियर बना सकते हैं। यह सभी कोर्सेज साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट के लिए बेहतर हो सकते हैं।

विजुअल मेमोरी बेहतर
मेमोरी ट्रेनर और मोटीवेशनल स्पीकर डॉ। तुषार चेतवानी ने कहा कि अगर किसी चीज को याद करना है तो इसके लिए उन्हें बजाय सुनने के पढऩे में ध्यान लगाना चाहिए। अगर वह अपनी पढ़ाई को विजुअलाइज कर मेमोराइज करेंगे, तो रिजल्ट काफी बेहतर हो सकते हैं। वजह बताते हुए डॉ। तुषार ने कहा कि जो हम देखते हैं और जो सुनते हैं, इसमें 20 गुना फर्क होता है। सेमिनार के दौरान स्टूडेंट्स को उनके सपनों को जीना सिखाया। उन्होंने स्टूडेंट्स से उनकी आंख को 15 सेकेंड के लिए बंद कराया और उन्हें उनके सपने के बारे में सोचने को कहा। इसके बाद स्टूडेंटस से उनके सपनों के बारे में पूछा। उनके देखें गए सपनों को जाना और उसे कैसे हासिल करें इसपर टिप्स दिया। इसके साथ ही उन्होंने स्टूडेंट्स को मेमोरी पावर इप्रूव करने के तरीकों के बारे में बताया। इसके लिए उन्होंने कई एग्जांपल्स भी दिए। डॉ। चेतवानी ने न्यूमेनिक्स के बारे में भी बताया और कहा कि यह सिलेबस को याद रखने का एक कारगर तरीका है।

इन्होंने जीता लकी ड्रॉ
विवेक गुप्ता, जीसस एंड मैरी
श्रीवेंकटेश्वर, जीसस एंड मैरी
कसक, मेफ्लवार स्कूल

इन स्कूलों के बच्चों ने किया पार्टिसिपेट
जीसस एंड मैरी
मेफ्लवार स्कूल
ओपन माइंड ए बिरला स्कूल
रेलवे स्कूल,
गंगा देवी महाविद्यालय
बांकीपुर गल्र्स हाईस्कूल
शिवम कान्वेंट
सर जीडी पाटलिपुत्रा स्कूल

थैंक्यू आईनेक्स्ट
हमने इस प्रोग्राम से बहुत कुछ सीखा, जो हमारे कॅरियर में काम आएगा। कॅरियर पाथवे प्रोग्राम कॅरियर काउंसिलिंग के लिए शानदार है।
आदित्य, ओपन माइंड ए बिरला स्कूल

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह अच्छी पहल है। कॅरियर पाथवे सेशन से मैंने अपने कॅरियर विकल्पों को बेहतर ढंग से समझा।
रुद्रांश, ओपन माइंड ए बिरला स्कूल

इस सेशन से मुझे कॅरियर के लिए सही मार्गदर्शन मिला। सही विकल्प चुनने में मदद करेगा। आईनेक्स्ट का यह प्रोग्राम बहुत हेल्फफुल है।
अंकित, सर जीडी पाटलिपुत्रा स्कूल

कॅरियर पाथवे सेशन ने मुझे कॅरियर के सही विकल्प चुनने में मदद की है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह अच्छी पहल है।
आशीष, मे फ्लावर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के इस प्रोग्राम में बहुत कुछ सीखने को मिला है। कॅरियर के चुनाव में ऐसा प्रोग्राम जरूरी है।
- सूर्या, जीसस एंड मैरी

कॅरियर काउंसलर ने इतने अच्छे से समझाया कि अब कॅरियर को लेकर एकदम क्लीयर हूं। मेरे कॅरियर विकल्पों को स्पष्ट किया है। मुझे सही दिशा में आगे बढऩे का एक आत्मविश्वास मिला है।
- वत्स राज, जीसस एंड मैरी

कॅरियर को लेकर कई नई जानकारियां मिली हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह अच्छी पहल है।
- प्राची, मे फ्लावर

ऐसे प्रोग्राम सिटी में अक्सर होते रहने चाहिए। यह प्रोग्राम स्टूडेंटस के बेहतर कॅरियर को लेकर अच्छा प्रोग्राम है।
शगुन, मे फ्लावर

आईनेक्स्ट को धन्यवाद, कॅरियर में सही दिशा के बारे में जानकारी मिली। अब लक्ष्यों पर ध्यान रहेगा, जो फ्यूचर के लिए अच्छा होगा।
- श्वेता कुमारी, बांकीपुर हाईस्कूल