इस बार इलेक्शन में पॉलिटिशियंस के खोखले वादों का कोई मतलब नहीं रहेगा। कम से कम पिछले दो साल में आर्थिक रूप से इतनी बुरी हालत कभी नहीं हुई थी, इसलिए इनफ्लेशन, महंगाई जैसे मुद्दे पर उपाय देने की अपेक्षा पॉलिटिकल पार्टी से होगी। हमारा एक-एक वोट कीमती है। मैं इस बात को महत्व देता हूं, इसलिए वोट तो जरूर करूंगा। इस अधिकार का इस्तेमाल कर खुद ही को सशक्त बनाने में हेल्प मिलेगी। इससे पहले भी मैंने वोट दिया था, जबकि मैं उसी दिन दिल्ली से लौटा था। हर वोट कीमती है। सूरत यूं ही नहीं बदलने वाली है। इसके लिए इलेक्शन एक बड़े निर्णय का वक्त है। मैं खुद ही नहीं सभी को इसके लिए आगे आने को कहना चाहूंगा। महंगाई के बाद यूथ के एजेंडे और डेवलपमेंट पर भी पॉलिटिशियंस को अपनी स्थिति साफ करनी होगी। लोगों में जागरूकता आ गई है और वे यूं ही किसी को अपना कीमती वोट नहीं दे सकते हैं। अगर इसमें कोई समझौता होता है, चाहे वह किसी भी आधार पर हो तो यह एक हेल्दी सोसाइटी के लिए बड़ा खतरा होगा। मैं जरूर वोट करूंगा।

सुनील कुमार सिंह