पटना ब्यूरो। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच भारतीय महिला हॉकी टीम और चीन की महिला हॉकी टीम के बीच खेला गया। बिहार के राजगिर स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने बाजी मारी और तीसरी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। सलीमा टेटे की अगुवाई में भारतीय टीम ने इस मैच में चीन को 1-0 से हराया। दीपिका इस मुकाबले में भारतीय टीम की जीत की हीरो रहीं, उन्होंने ही ये गोल किया।
भारत और चीन के बीच खेले गए फाइनल मैच में पहले 2 क्वार्टर गोलरहित रहे, यानी हाफ-टाइम तक कोई भी टीम गोल नहीं दाग पाई थी। पहले हाफ में भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले, जबकि चीन को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। हालांकि, दोनों ही टीमें इसे भुनाने में असफल रहीं। इसके बाद तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दीपिका गोल करने में कामयाब रहीं।
इस मुकाबले से पहले चीन की टीम हेड टू हेड आंकड़ों में भारतीय टीम से काफी आगे थी। लेकिन फाइनल मैच में भारतीय टीम का दबदबा रहा। बता हें, भारतीय ने इस मुकाबले में अपने सभी मैच जीते और खिताब पर कब्जा किया। भारतीय टीम ने फाइनल में कदम रखने के लिए जापान के खिलाफ सेमीफाइनल में 3-0 से जीत दर्ज की थी। इसके अलावा लीग स्टेज के दौरान चीन को 3-0 से भी हराया था।
ये तीसरा मौका है जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है। इससे पहले भारत ने 2016 और 2023 में भी बाजी मारी थी। 2016 में भी भारत ने फाइनल में चीन को ही हराया था और 2023 में जापान को धूल चटाई थी।
बता दें, सलीमा टेटे को इस टूर्नामेंट से पहले ही भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था। सलीमा टेटे के लिए बतौर कप्तान पहला ही टूर्नामेंट काफी सफल रहा और वह टाइल को अपने नाम करने में कामयाब रहीं। बता दें, इस मैच में चीन ने गोल करने की काफी कोशिश की, लेकिन वह एक भी गोल नहीं कर सकी।