पटना (ब्यूरो)। भारत-नेपाल सीमा पर भिठ्ठामोड़ चेक पोस्ट के पास सोमवार की दोपहर करीब एक बजे नेपाल से भारत में घुसपैठ के दौरान दो युवकों के साथ पकड़ी गई पाकिस्तानी युवती को कड़ी पूछताछ के बाद मंगलवार को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी पुपरी किशोर गौरव की अदालत में पेश किया गया। वहां से तीनों को 23 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में सीतामढ़ी मंडल कारा भेज दिया गया।
बड़े घराने से ताल्लुक रखती है
पाकिस्तानी युवती खादिजा नूर (24) फैसलाबाद में बड़े घराने से ताल्लुक रखती है। उसके पास से ढेर सारी महंगी श्रृंगार प्रसाधन सामग्री, आइफोन व सैमसंग मोबाइल, पाकिस्तानी, नेपाली व अरब की करेंसी (सऊदी रियाल), कोविड सर्टिफिकेट, यूनिवर्सिटी कार्ड, राष्ट्रीय पहचान पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, पासपोर्ट आदि मिले हैं। वहीं, उसके साथ पकड़ा गया युवक जीवन कुमार साह (25), पिता मोहन साह, नेपाल के कल्याणपुर नगरपालिका-पांच, जिला सिरहा का निवासी है। जबकि सैयद महमूद (36) पिता सैयद बाबा जानी, 19-5-28/10 /ए, किसान बाग बहादुरपुरम, जिला हैदराबाद, तेलंगाना का निवासी है। भि_ामोड़ ओपी प्रभारी प्रेमजीत ङ्क्षसह ने बताया कि युवती के पास से भारत में प्रवेश के लिए अधिकृत दस्तावेज नहीं मिले। दोनों युवकों ने गैर कानूनी तरीके से युवती को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश की थी। तीनों के खिलाफ मंगलवार को एसएसबी की 51 वीं वाहिनी के इंस्पेक्टर विशनदास ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
फेसबुक फ्रेंड के इशारे पर पहुंची थी नेपाल
एसएसबी के इंस्पेक्टर विशन दास ने बताया कि युवती फैसलाबाद से पांच अगस्त को दुबई गई। वहां से फ्लाइट से भारतीय समयानुसार, 8:45 बजे काठमांडू एयरपोर्ट पर उतरी। सऊदी अरब में रह रहे मो। उस्मान ने अपने दोस्त अनिल कुमार की मदद से जनकपुरधाम तक पहुंचाया। वहां उस्मान के सऊदी अरब के दोस्त सुजीत कुमार साह के भाई जीवन कुमार साह से खादिजा को मिलाया। जीवन कुमार साह ने अपने कागजात पर नेपाली सिम खरीदकर युवती को दिया। फिर दोनों भारत के लिए चल दिए। भि_ामोड़ में मो। उस्मान के भाई सैयद महमूद ने अपनी बहन आरजू भागरिया के नाम पर खादिजा के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवा दिया। फर्जी आधार कार्ड से खादिजा नूर को हैदराबाद पहुंचाना था। हैदराबाद क्यों और किसके पास जाने वाली थी, इस बारे में पुलिस ने कुछ नहीं बताया। मो। उस्मान उसका फेसबुक फ्रेंड है। युवती के पास से मिले पासपोर्ट (जीसी 0000881) पर इस्लामिक रिपब्लिक आफ पाकिस्तान, पिता मो। इशाक, हाउस नं.13, स्ट्रीट-सी, ब्लाक नंबर 10, नेइबेरहुड मदीना टाउन, सिटी-फैसलाबाद, तहसील-फैसलाबाद सिटी, जिला- फैसलाबाद, पाकिस्तान लिखा है। सैयद महमूद उसे रिसीव करने यहां आया था।
प्रेम-प्रसंग में ङ्क्षहदुस्तान आई युवती
एसपी हर किशोर राय ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि युवती का हैदराबाद के एक लड़के से प्रेम-प्रसंग है। उससे मिलने के लिए वह अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रही थी। जीवन कुमार साह सहयोग कर रहा था। सैयद महमूद उसे साथ हैदराबाद ले जाने आया था। अन्य ङ्क्षबदुओं पर जांच की जा रही है। उसने अपनी सही पहचान छिपाते हुए एक फर्जी फोटोयुक्त आधार कार्ड दिखाया। फोटो मेल नहीं खा रहा था। पूछताछ में पता चला कि वह पाकिस्तानी नागरिक है। उसके पास से भारत में प्रवेश से संबंधित कोई अधिकृत दस्तावेज नहीं मिला।