पटना ब्‍यूरो। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के सचिवालय सभागार में श्रावणी मेला को लेकर विभाग द्वारा 8 जिलों (यथा- बांका, भागलपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, जमुई, लखीसराय और सारण) के सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कॉन्फ्र ंस के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रावणी मेला में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुरक्षित और सुचारू रूप से संचालित करना था। बैठक में श्रावणी मेला के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता और उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया।

- सभी स्वास्थ्यकर्मी रहें सतर्क

मंगल पाण्डेय ने कहा कि श्रावणी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, आपातकालीन सुविधाओं, एम्बुलेंस सेवाओं, दवा की उपलब्धता, साफ-सफाई और अन्य स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।

-स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य शिविर में कम से कम 90 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए। जिसमें समान्य दवाएं और इमरजेंसी दवाएं उपलब्ध हों। सभी शिविर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर, व्हीलचेयर, मॉस्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था हो। साथ-साथ सभी शिविर में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिए भी निर्देश दिया गया.स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि श्रावणी मेले के दौरान कुल 9 जिलों में शिविरों की संख्या 110 होगी। वहीं इस दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से आलसा एंबुलेंस की संख्या 34 एवं बालसा एंबुलेंसों की संख्या 49 निर्धारित की गयी है।

इस दौरान प्रतिरक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चत रहेगी।

-95 शौचालय बनाए गए हैं

श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो इसलिए 95 शौचालय बनाए गए हैं। खाद औषधि निरीक्षकों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। सिविल सर्जन को निर्देशित करते हुए कहा गया कि 2 दिन जब बहुत ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। उस दिन सिविल सर्जन रूट पर रहें, कार्यालय में बैठकर कार्य न करें। शिविर में प्रतिनियुक्त चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टॉफ और अन्य कर्मियों को सुबह-शाम निर्धारित समय पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को मेले के दौरान नियमित रूप से सेवाओं की निगरानी करने और तत्कालिक समस्याओं के समाधान के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रत्यय अमृत, अपर सचिव स्वास्थ्य विभाग शैलेश कुमार, विभाग एवं प्रशासी पदाधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार राजेश कुमार सहित स्वास्थ्य विभिग के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहें।