पटना ब्‍यूरो। रागा पटना की ओर से हृषिकेश सुलभ के उपन्यास दाता पीर पर आधारित स्मॉल टाउन जि़न्दगी का मंचन प्रेमचन्द रंगशाला में किया गया। रणधीर कुमार निर्देशित नाटक स्मॉल टाउन जि़न्दगी पटना के प्राचीन इलाकों पर आधारित, यह नाटक जीवन और मृत्यु की जटिल संबंध पर प्रकाश डालता है, और व्यक्ति के अस्तित्व संबंधी विचारों की खोज करता है।
-कब्रों और मैंयतो के बीच पलती है
नाटक फजलू, रसीदन, अमीना, चुन्नी, समद, साबिर , बबलु, सत्तार और राधे के जीवन की कथा है, जो कब्रों और मैंयतो के बीच पलती है और जीवन की क्षणिक प्रकृति और मृत्यु की स्थायित्व को दर्शाती है। अमीना और चुन्नी के बीच की तनावपूर्ण प्रतियोगिता दुनिया में अस्तित्व के लिए संघर्ष का प्रतीक है, जहां मृत्यु हमेशा मौजूद है। नाटक का विषय प्रेम और मानवीय भावना की स्थायी विरासत के इर्द-गिर्द घूमता है, जो हमारे जीवन को परिभाषित करने वाले गहन संबंधों की कहानी है। अपनी समृद्ध कथा और विचारोत्तेजक दृश्यों के साथ, स्मॉल टाउन जि़ंदगी दर्शकों को जीवन और मृत्यु के बीच के नाजुक संतुलन और लोगों पर उसके स्थायी प्रभाव पर विचार करने के लिए आमंत्रित करती है।

मंच पर
सुनील कुमार राम, आदिल रशीद, अंजली शर्मा, राहुल रवि, रौशनी कुमारी, प्रियांशी, सौरभ सागर, संदेश कुमार

मंच परे
प्रस्तुति आलेख - कृष्ण समिद्ध
पोस्टर- कृष्ण समिद्ध
परिदृश्य- रणधीर कुमार
वस्त्र- विन्यास- रणधीर कुमार
नृत्य संरचना। रौशनी कुमारी एवं प्रियांशी
ध्वनि। राहुल राज
प्रकाश.रणधीर कुमार एवं राजीव कुमार
सेट निर्माण। सुनील कुमार शर्मा
सेट निर्माण सहायता - धनराज एवं विनय कुमार
प्रस्तुति प्रबंधक- सुनील कुमार राम
मंच प्रबंधक- आदिल रशीद
प्रस्तुति सहयोग- भूपेन्द्र कुमार, बीरबल, उपेन्द्र, श्याम बिहारी, चंदन कुमार, बृजानंद प्रसाद
सह-निदेशक- अंजली शर्मा
निर्देशक- रणधीर कुमार एवं कृष्णा समिद्ध