पटना (ब्यूरो)। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना का आठवां दीक्षांत समारोह बुधवार को बापू सभागार, सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर वर्ष 2021 तथा 2022 के छात्रों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने उच्च शिक्षा के संदर्भ में गांधीजी की पंक्तियों को मंच से साझा किया। उन्होंने गांधीजी को कोट करते हुए कहा- 'मैं उच्च शिक्षा उसी को कहूंगा, जिसे पाकर मनुष्य विनम्र, परोपकारी, सेवा भाव से युक्त और कर्म में तत्पर हो जाए। जिस विद्या से आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। वही वास्तविक शिक्षा है.Ó यह कहते हुए उन्होंने यह अपेक्षा जताया कि इन बातों को छात्र अपने जीवन में आत्मसात करेंगे।
17495 छात्र-छात्राओं को मिली डिग्री
गांधी मैदान स्थित बापू सभागार, सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस समारोह में कुल 17495 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। जिनमें 1739 छात्र-छात्राओं ने उपस्थित होकर विश्वविद्यालय के वीसी और गेस्ट से डिग्री प्राप्त की। इस बार कुल 32 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया। इनमें से 17 छात्राएं भी शामिल रही। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल सह कुलाधिपति, वाइस चांसलर प्रो। सुरेंद्र प्रताप सिंह व अन्य सभी गेस्ट से संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया। कुलाधिपति फागू चौहान ने सभी डिग्री होल्डरों को शुभकामना व्यक्त करते हुए कहा कि एकेयू ने बहुत कम समय में बहुत अधिक उपलब्धियां अर्जित की है। उन्होंने विश्वविद्यालय में नित्य हो रहे नए रिसर्च आदि को लेकर खुशी व्यक्त किया। साथ ही नैनो टेक्नोलाजी में हो रहे रिसर्च वर्क की सराहना की।
समाजिक दायित्व भी उठाएं
कार्यक्रम में शामिल विशिष्ट अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ। चंद्रशेखर ने छात्र-छात्राओं से बिहार के गौरवपूर्ण इतिहास और महान विभूतियों को याद किया। इसके उपरांत उन्होंने सभी को पढ़ाई पूरा करने और डिग्री प्राप्त करने पर अपने सामाजिक दायित्व का भी अपनी क्षमता के अनुसार निर्वाह करें। दुखी, पीडि़तों की मदद करें। तभी उनकी डिग्री प्राप्त करना सार्थक माना जाएगा।
राजनीति में भी आएं छात्र
इस मौके पर उपस्थित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि डिग्री पाने के बाद प्राय: छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट आदि क्षेत्रो में जाते हैं। लेकिन इसके साथ ही राजनीति भी एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है। यह सामान्य अवधारणा है कि राजनीति गलत होती है, यह सही नहीं है। राजनीति समाज का श्रेष्ठ साधन है। कार्यक्रम में आर्यभट्ट नालेज यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। एसपी सिंह ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर एकेयू की संकल्पना करने के लिए सीएम नीतीश कुमार के प्रति आभार भी प्रकट किया। जानकारी हो कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना बिहार सरकार के आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी एक्ट, 2008 के तहत बिहार में तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा, प्रबंधन और संबद्ध व्यावसायिक शिक्षा से संबंधित शैक्षिक बुनियादी ढांचे के विकास और प्रबंधन के उद्देश्य से की गई थी।