पटना ब्यूरो। भगवान शिव के प्रिय मास सावन में श्रद्धालु भोले बाबा की भक्ति में लीन हैं। हर-हर महादेव, बोलबम, ú नम: शिवाय आदि मंत्रों से सावन की दूसरी सोमवारी पर घरों से लेकर शिव मंदिरों में जयकारे लगते रहे। लोगों ने मंदिरों के अलावा घरों में भी भगवान शिव को प्रसन्न करने को लेकर रूद्राभिषेक, जलाभिषेक के साथ विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर आशीष प्राप्त किए। मंदिरों में अहले सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। बच्चों से लेकर बड़े व युवतियों ने पूजा की थाली में पूजन सामग्री लिए मंदिरों की ओर जाते नजर आए। खाजपुरा शिव मंदिर, कदमकुआं शिव मंदिर, अंजता कालोनी स्थित राघव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सुबह से लेकर शाम तक शिवङ्क्षलग का अलौकिक शृंगार कर पूजन होता रहा।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि दूसरी सोमवारी पर भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र के युग्म संयोग में जयद योग के पुण्यकारी संयोग में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का अभिषेक कर आशीष प्राप्त किए। श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न करने को लेकर बेलपत्र, धतूरा, अकवन समेत विभिन्न प्रकार के फूलों को अर्पित करने के साथ भक्ति भाव से महादेव की पूजा की। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महामृत्युंजय मंत्र जाप करते देखे गए। कृष्णपक्ष के दो सोमवार बीत गए। शुक्लपक्ष में तीन सोमवारी बाकी है। शुक्लपक्ष की पहली सोमवारी पांच अगस्त, चौथी सोमवारी 12 अगस्त व तीसरी व अंतिम सोमवारी 19 अगस्त को होगा। ऐसे में श्रद्धालु भगवान शिव की आराधाना में लीन रहेंगे।
54 फीट के निकले कांवर के दर्शन को उमड़े भक्त
श्री विशाल शिवधारी कांवर संघ द्वारा सोमवार को किला रोड देवी स्थान से पूजा अर्चना के बाद 54 फीट का कांवर निकाला गया। इसके दर्शन के लिए भक्त उमड़ पड़े। कैमाशिकोह, गिरिजा देवी रोड, मारूफगंज बड़ी देवी, दलहट्टा देवी स्थान, नंदगोला बड़ी देवी, बड़ी नगला संगत, मालसलामी माधव मिल अशोक राजपथ के रास्ते मच्छरहट्टा होते गौरी शंकर मंदिर अगमकुआं पहुंची। शोभा यात्रा में आगे-आगे हाथी, घोड़ा, ऊंट चल रहे थे। पीछे बैंड-बाजा पर धार्मिक धुन और बाबा भोलेनाथ के भजनों पर श्रद्धालु झूम रहे थे। संस्थापक अध्यक्ष विनोद बाबा ने बताया कि 17 साल से यह कांवर यात्रा निकाली जा रही है।