पटना(ब्यूरो)। संजय गांधी जैविक उद्यान का स्वर्ण जयंती समारोह गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव ने पौधारोपण और 50 पौंड का केक काटकर स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पद्मश्री सुधा वर्गीस को चिडिय़ाघर का ब्रांड एम्बेस्डर घोषित किया गया। इसके साथ ही तीन माह तक स्थापना दिवस समारोह मनाने की घोषणा की गई। मंत्री तेज प्रताप यादव ने घोषणा की कि शीघ्र ही चिडिय़ाघर में शिशु रेल चलाई जाएगी। बिहार में अब तक रहे वन मंत्रियों में मुझे कार्य की बदौलत नंबर वन पर आना है। अपील की कि सभी लोग पेड़ लगाकर असंतुलित पर्यावरण के संरक्षण में सहयोग करें। ग्रीन कवर बढ़ाना है।
स्वर्ण जयंती समारोह मनाया जा रहा
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव वंदन प्रेयसी ने कहा कि खुशी की बात है कि मेरे सचिव रहते चिडिय़ाघर का स्वर्ण जयंती समारोह मनाया जा रहा है। लगातार तीन माह तक कार्यक्रम चलेंगे। पूर्व के निदेशक व अधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। कई कार्यक्रम होंगे। मैं भी बचपन में चिडय़ाघर आया करती थी। शिशु रेल से भ्रमण करती थी। उस समय मैंने नहीं सोचा था कि आइएएस बनूंगी.मैं अपने कार्यकाल में चिडय़ाघर में दर्शकों की सुविधाओं में विस्तार करूंगी।
जू में 100 प्रजाति के 1,100 वन्य प्राणी
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सह मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक प्रभात कुमार गुप्ता ने कहा कि चिडिय़ाघर ने कई उतार चढ़ाव देखा है। देश के सबसे बड़े चौथे चिडय़ाघर की श्रेणी में शामिल है। यहां के घडिय़ाल को 2014 में गंडक नदी में छोड़ा गया था। वर्तमान समय में चंबल के बाद देश में घडिय़ाल के मामले में गंडक नदी दूसरे स्थान पर है। यहां 100 प्रजाति के 1,100 वन्य प्राणी हैं। धन्यवाद ज्ञापन चिडिय़ाघर के निदेशक सत्यजीत कुमार और स्वागत भाषण निदेशक पारिस्थितिकी सुरेंद्र ङ्क्षसह ने किया।
2014 से बंद है शिशु रेल की सवारी
संजय गांधी जैविक उद्यान में 2014 से शिशु रेल बंद है। इस कारण बच्चे मायूस रहते हैं। जल्द नए सिरे से रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू होगा। 1977 में रेलवे बोर्ड ने चिडिय़ाघर वाले प्रत्येक राज्य को दो डब्बे वाली रेलगाड़ी उपहार स्वरूप उपलब्ध कराया था।
हुलाक गिब्बन का जल्द दीदार करेंगे लोग
असम स्टेट जू गुवाहाटी से एक जोड़ा हुलाक गिब्बन आएगा। संजय गांधी जैविक उद्यान की टीम शुक्रवार को गुवाहाटी के लिए रवाना होगी। हुलाक गिब्बन का केज बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। पटना आने के बाद 21 दिनों तक दर्शकों से दूर रखा जाएगा। तब तक केज तैयार हो जाएगा। इसके साथ गुवाहाटी से एक मादा गैंडा और एक ब्लैक पैंथर आएगा। इसके बदले में स्थानीय चिडिय़ाघर प्रशासन एक मादा जिराफ दे चुका है। मानसून आने का इंतजार हो रहा है। जू एजुकेशन हाल में चिडिय़ाघर के इतिहास पर प्रदर्शनी लगाई गई। इसके साथ स्कूली बच्चों के बीच चित्रकारी प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया गया।