पटना (ब्यूरो)। राज्य में जमीन व फ्लैट के निबंधन में जबर्दस्त उछाल आया है। वित्त वर्ष 2022-23 में रिकार्ड 15 लाख से अधिक दस्तावेजों का निबंधन हुआ है। इससे विभाग को अब तक का सर्वाधिक 6400 करोड़ को राजस्व मिला है। यह वित्तीय वर्ष के लक्ष्य से 900 करोड़ अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभाग को पांच हजार के लक्ष्य के विरुद्ध 5,215 करोड़ का राजस्व मिला था।
निबंधन विभाग के आइजी बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 5500 करोड़ है। इस माह 31 तारीख को वित्तीय वर्ष समाप्त हो रहा है, तब तक 6600-6700 करोड़ के राजस्व की उम्मीद है। शराबबंदी से पहले वर्ष 2015-16 में विभाग को उत्पाद और निबंधन दोनों से मिलाकर करीब सात हजार करोड़ की आय हुई थी। इस बार सिर्फ निबंधन से ही आंकड़ा 6400 करोड़ को छू चुका है। नए वित्त वर्ष 2023-24 में निबंधन विभाग का लक्ष्य भी 5500 से बढ़ाकर 6300 करोड़ तय किया गया है।
मार्च में 29 हजार से अधिक गिरफ्तारी
उत्पाद आयुक्त धनजी ने बताया कि अवैध शराब के विरुद्ध एक से 25 मार्च के बीच एक लाख 18 हजार से अधिक छापेमारी की गई। इस दौरान 29 हजार 814 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। मार्च में कुल तीन लाख 92 हजार लीटर अवैध शराब जब्त की गई है। इसमें दो लाख 52 हजार लीटर विदेशी, जबकि एक लाख 39 हजार लीटर देसी शराब शामिल है। होम डिलीवरी करने वाले 959 व्यक्तियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
प्राथमिकी दर्ज कर हो रही जांच
राजधानी के बड़े होटल संचालक के ठिकानों से छापेमारी के दौरान मिली शराब की बोतलों को लेकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है। इसको लेकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उत्पाद अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।