पटना (ब्यूरो)। स्थानीय मोइनुल स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी के ग्रुप बी के अंतर्गत बिहार बनाम केरल मुकाबला ड्रॉ हो गया है। पहली पारी की बढ़त के आधार पर बिहार को कुल 3 अंक मिलेंगे जबकि केरल को 1 अंक। अबतक खेले गए चार मैचों में बिहार ने 3 में ड्रॉ खेला और 1 में उसे हार मिली है और उसने कुल 5 अंक हासिल किये हैं। केरल को भी चार मैचों में 1 में हार मिली है और 3 ड्रॉ खेला है और उसके भी पांच अंक हो गए हैं। खेल के चौथे व अंतिम दिन सोमवार को केरल ने तीसरे दिन के 2 विकेट पर 62 रन से आगे खेलना शुरू किया। पारी की शुरुआत सचिन बेबी और अक्षय चंद्रन ने की। इन दोनों के बीच 85 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। चौथे दिन बिहार को पहली सफलता अक्षय चंद्रन के रूप में मिली। इस जमी जोड़ी को राघवेंद्र प्रताप ने तोड़ा। अक्षय चंद्रन 38 रन बनाकर आउट हुए एक तरफ सचिन बेबी जमे रहे और उन्होंने शतक जमाया।
अंपायर ने पहले कराया मैच समाप्त
चौथे दिन अंपायर ने ड्रॉ की स्थिति को देखते हुए खेल पहले ही समाप्त कर दिया। खेल समाप्ति के समय सचिन बेबी 109 और श्रेयस गोपाल 12 रन बना कर खेल रहे थे। दूसरी पारी में बिहार की ओर से आशुतोष अमन ने 26 रन देकर 2, विपुल कृष्णा ने 31 रन देकर 1 और राघवेंद्र प्रताप ने 48 रन देकर 1 विकेट चटकाये।
बिहार के सकीबुल ने जड़ा था चौथा शतक
मेजबान बिहार के गेंदबाजों के बाद बल्लेबाजों ने पहली पारी में शानदार खेल दिखाया। बिहार के लिए सकीबुल गनी ने (150 रन) शतक तो पीयूष कुमार सिंह ने (51 रन) और विपिन सौरभ (60 रन) ने शानदार अर्धशतक बनाए। सकीबुल गनी ने 166 गेंदों में शतक पूरा किया था यह रणजी ट्रॉफी में उनका चौथा शतक रहा। अब बिहार अपना अगला मुकाबला दो फरवरी से आंध्र प्रदेश के खिलाफ खेलेगा।
16 साल पहले का इतिहास रहा बरकरार
बिहार ने 16 साल पहले के इतिहास को बरकरार रखा। यदि बिहार और केरल के बीच हुए रणजी मुकाबले की बात करें तो करीब 16 साल पहले भी दोनों आमने-सामने थी। यह मुकाबला अविभाजित बिहार के कीनन स्टेडियम जमशेदपुर में हुआ था। वह मैच भी ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। बिहार के लिए मनीष वर्धन व भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बल्लेबाजी के आगे केरल की टीम नतमस्तक हो गई थी। पूर्णिया के रहने वाले और झारखंड वीमेंस टीम के हेड कोच मनीष वर्धन बताते हैं कि वह मैच पूरी तरह से हमारे कब्जे में था। मेरा यह डेब्यू मैच था। केरल की टीम से श्रीसंत थे, जो काफी एग्रेसिव गेंदबाजी कर रहे थे। इसके बावजूद धोनी ने जहां 96 रन बनाए थे वहीं 94 रन की पारी मैंने खेली। तो केरल की ओर से श्रसंत की गेंदबाजी कहर बरपाने वाली थी। बिहार के मुख से श्रीसंत ने जीत छीन कर मैच ड्रॉ करा दिया। हालांकि बिहार ने न भूलने वाला मैच खेला था।