पटना (ब्यूरो)। कोरोना काल और शीतलहर के बीच ट्यूजडे को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित इंटर एग्जाम के पहले दिन हिन्दी और गणित की परीक्षा हुई। जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने में प्रशासन पूरी तरह से फेल रहा। जबकि सख्ती का दावा करने वाले बोर्ड की पोल फिर 4 मुन्नाभाई ने खोल दी। पहले ही दिन बिहार में 40 स्टूडेंट्स निष्कासित किए गए। 4 मुन्नाभाई दूसरे के बदले एग्जाम देते पकड़े गए। पटना के 86 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा दे रहे स्टूडेंट्स के प्रश्न पत्र देखते ही चेहरे खिल उठे। प्रथम पाली की परीक्षा से निकलने के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर से बात करते हुए स्टूडेंट्स ने बताया कि गणित और हिन्दी दोनों विषय के प्रश्न बहुत आसान थे। उधर बिहार बोर्ड के अधिकारियों ने दावा किया है कि सुरक्षा और नकल रोकने को लेकर हर तरह से चौकसी बरती जा रही है।
सबसे अधिक जमुई से निष्कासित
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मिली जानकारी के मुताबिक ट्यूजडे को प्रथम व द्वितीय पाली में जमुई से 17 व नालंदा जिला से 11 स्टूडेंट्स निष्कासित किए गए। सुपौल से 2 और जहानाबाद और नालंदा से 1-1 स्टूडेंट्स समेत कुल 4 स्टूडेंट्स दूसरे परीक्षार्थियों की जगह एग्जाम देते पकड़े गए।
हर जगह टूटा प्रोटोकॉल
कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार भले कई नियम और प्रोटोकॉल लागू किए हो। लेकिन इंटर के स्टूडेंट्स के लिए सभी नियम दरकिनार है। क्योंकि एग्जाम की खुशी में स्टूडेंट और उनके पेरेंट कोरोना को भूल गए। पटना के 86 परीक्षा केन्द्रों पर मास्क तो दूर सोशल डिस्टेंसिंग तक का ख्याल नहीं रखा गया। सेंटर से बाहर निकलते समय भी लापरवाही दिखी। जबरदस्त भीड़ के बीच स्टूडेंट और पेरेंट एक-दूसरे से गले लगते दिखे। इन्हें रोकने-टोकने के लिए न तो पटना जिला प्रशासन की ओर से कोई सिपाही की ड्यूटी बाहर लगाई गई थी। और न ही कोई अधिकारी एक्शन मूड में दिखे। कुछ सिपाही कैंपस में ड्यूटी पर तैनात जरूर दिखे।
पटना में रही चौकसी
इंटर परीक्षा के पहले बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने दोनो पालियों में जेडी वीमेंस कॉलेज, केबी सहाय उच्च विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, कमला नेहरु बालिका उच्च विद्यालय यारपुर, एसआरपीएस प्लस टू विद्यालय, का औचक निरीक्षण किया। और निरीक्षण के क्रम में स्टूडेंट्स से प्रश्न पत्र पैटर्न, परीक्षा में पूछे गए प्रश्न एवं अतिरिक्त प्रश्नों के विकल्प के संबंध में जानकारी ली। और सख्ती परीक्षा कराने की बात कही।