पटना (ब्यूरो)। राजधानी में आबोहवा लगातार खराब हो रही है। यहां प्रदूषण का स्तर घटने के बजाए बढ़ता जा रहा है। इस दिवाली के मौके पर प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था। जिसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि दो-तीन बाद इसमें सुधार होगा। लेकिन महापर्व छठ के मौके पर लोगों ने पटाखे छोड़े और गाडिय़ों का खूब इस्तेमाल किया। इस कारण बीते दिवाली से ज्यादा प्रदूषण का स्तर छठ पूजा के मौके पर दर्ज किया गया। यहां प्रदूषण लेवल पीएम 10 यानि मोटे धूलकण के आंकड़ों के आधार पर जांचा जाता है। आंकड़ों के अनुसार, चार नवंबर यानि दिवाली के दिन पटना में पीएम 10 का लेवल 205 था। इसके यह घटने के बजाय छठ के दिन यानि 10 नवंबर को 308 के स्तर पर पहुंच गया।

घर से घाट तक छोड़े पटाखे
एक्सपर्ट का कहना कि छठ के मौके पर ज्यादा ट्रैफिक मूवमेंट और घर से घाट तक पटाखे छोड़े जाने के कारण पीएम 10 का स्तर बढ़ा है। छठ के दिन पीएम 10 का स्तर केवल दिवाली ही नहीं बल्कि इस नवंबर माह में भी सर्वाधिक है। विशेष तौर पर अशोक राजपथ के इलाकों में इसका व्यापक प्रभाव दिखा। घरों की छतों से भी जमकर पटाखें जलाए गए। इससे यहां सांस संबंधी बीमारी वाले रोगियों के लिए प्रतिकूल स्थिति पैदा हुई।

अधिक रहा ध्वनि प्रदूषण
इसी प्रकार, ध्वनि प्रदूषण के मामले में भी छठ के मौके पर जमकर बड़े-बड़े साउंड बॉक्स बजाए गए। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई नकेल नहीं कसी गई। जबकि नियमों के अनुसार, 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर के प्रयोग की मनाही थी। ध्वनि प्रदूषण रिहाइशी इलाकों में 55 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए जबकि छठ के पहले ही दिन यह 75 रहा और दूसरे दिन गुरुवार को 67.69 डेसीबल रिकार्ड किया गया।

बोर्ड करेगा आंकलन
छठ की छुट्टियों की वजह से बिहार स्टेट पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से एयर क्वालिटी और ध्वनि पदूषण को देखते हुए अलग से मानिटरिंग की विशेष व्यवस्था नहीं थी। लेकिन बोर्ड की ओर से बताया कि अगले दिन के आंकड़ों को लेकर इसका आंकलन किया जाएगा।

पीएम 2.5 में मामूली कमी
प्रदूषण के मानकों में से एक पीएम 10 (मोटे धुलकण) का स्तर दिवाली के दिन की तुलना में 103 प्वाइंट अधिक रहा। लेकिन पीएम 2.5 (छोटे धुलकण) का स्तर मामूली रूप से कम रहा। दिवाली के दिन यह 225 आंका गया जबकि छठ के दूसरे दिन यह 223 रिकार्ड किया गया। लेकिन रोचक तथ्य यह है कि यह ठीक छठ के दौरान बढ़ा और उसके बाद इसमें कमी आई। यह आंकलन छठ के दौरान रियल टाइम के आंकड़ों को प्रति घंटे के आंकलन में देखा गया। जैसे 10 नवंबर को पहले अघ्र्य के दिन शाम 5.30 बजे यह 159 था जबकि 9.30 बजे यह 165 रिकार्ड किया गया।


पीएम 2.5 का स्तर
10 नवंबर
शाम 5.30 बजे 159
शाम 8.30 बजे 164
रात 9.30 बजे 165
रात 10.30 बजे 165
रात 11.30 बजे 165

11 नवंबर
3.30 बजे सुबह 176
4.30 बजे सुबह 176
5.30 बजे सुबह 177
6.30 बजे सुबह 171
7.30 बजे सुबह 171
8.30 बजे सुबह 172
9.30 बजे सुबह 168

नवंबर माह में पीएम 10 का स्तर
1 नवंबर 155
2 नवंबर 184
3 नवंबर 203
4 नवंबर 205
5 नवंबर 240
6 नवंबर 199
7 नवंबर 215
8 नवंबर 259
9 नवंबर 281
10 नवंबर 308
11 नवंबर 202

प्रदूषण का स्तर नियंत्रित रहे, इसके लिए हर किसी को सपोर्ट करना होगा। जिस प्रकार से दिल्ली में प्रदूषण के लिए बड़े कदम उठाए गए, पटना में भी इसके लिए कदम उठाने की जरूरत है।
- अंकिता ज्योति सीनियर प्रोग्राम मैनेजर सीड