पटना (ब्यूरो)। जनसुराज पदयात्रा के 14वें दिन शनिवार को प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस माटी से निकले हैं और जिस राज्य से आते हैं, वहां गरीबी, पिछड़ेपन और बेरोजगारी के कारण लोगों की दुर्दशा है। उसे कैसे ठीक किया जाए? यह सोच समझकर तय किया कि लोगों की ङ्क्षजदगी सुधारनी है तो उनसे मिलना होगा और उनकी स्थिति से अवगत होना होगा। वे सिकटा प्रखंड के दुखी छापर में लोगों से संवाद कर रहे थे। कहा कि गांव-गांव पैदल जा रहे हैं। तब लोगों की समस्या का पता चल रहा है। यूरिया नहीं मिल रहा, किसानों को धान का दाम नहीं मिल रहा। हर जगह भ्रष्टाचार है। यही समझने आपके बीच आए हैं और संकल्प लिया है कि सभी प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में जाएंगे, लोगों से मिलेंगे।
तब तक नहीं लेंगे दम
उन्होंने कहा कि जब तक पूरे बिहार में लोगों से न मिल लें तब तक दम नहीं लेंगे। इसके बाद जनसुराज की पदयात्रा आगे बढ़ी। कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के साथ वे डकही, पटहेरवा टोला, बैशखवा, टेंग्रहिया गांव में पहुंचे। लोगों की समस्याओं से अवगत हुए। पदयात्रा का उद्देश्य बताया। इसके बाद वे चनपटिया प्रखंड के बकुलहर, फ़तेहपुर, पिपरा गांव में लोगों से मिले।