पटना ब्यूरो।
यह सब आपके अपने शहर पटना को साफ, स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए किया जा रहा है। इतना ही नहीं अब अगर आसपास गंदगी फलाई जाती जाती है तो फाइन की राशि आसपास के लोगों से इसका फाइन वसूला जायेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन के लिए पटना नगर निगम द्वारा मिशन टोटल सेग्रीगेशन की शुरूआत की जा चुकी है। नगर निगम कर्मी प्रतिदिन घर-घर जाकर लोगों से सूखा एवं गीला कचरा अलग रखने की अपील कर रहे है।
शहर के खाली प्लॉट में अब नहीं फेंकी जा सकेगी कचरा
पटना के 75 वार्ड में 128 ऐसे प्लॉट की पहचान की गई है। जहां लोग कचरा फेंक देते हैं। यह सब निजी प्लॉट है। अब इन प्लॉटों में कचरा नहीं फेंकी जा सकेगी । पहले से जो कचरा फेंका हुआ है। उसकी भी साफ-सफाई कराई जायेगी। शहर के ऐसे निजी स्थल जहां आस पास के लोग कुड़ा फेंक देते है उनकी सफाई श्रमदान के माध्यम से की जा रही है। स्वच्छता ही सेवा के अंतर्गत प्रतिदिन ऐसे स्थानों की सफाई की जा रही है। जिसकी सफाई स्थानिय वार्ड पार्षद, कार्यपालक पदाधिकारी एवं जागरूक स्थानीय नागरिकों के सहयोग से की जा रही है।
पहली बार ही साफ कर रहा नगर निगम दूबारा गंदा हुआ तो आस पड़ोस के लोगों को देना होगा जुर्माना
पटना नगर निगम द्वारा निजी स्थलों की सफाई पहली बार तो की जा रही है लेकिन दुबारा अगर इन जगहों पर गंदगी हुई तो आस पास के लोगों से सफाई करवाई जाएगी इसके साथ ही जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। गौरतलब है कि पटना नगर निगम के सर्वे में चिन्हित अधिकांश खाली प्लॉट के आस पास के लोग वहां कुड़ा फेंकर उसे गंदा करते है।
गंदगी फैलाने वालों को दिलाई जा रही स्वच्छता की शपथ
पटना नगर निगम द्वारा गंदगी फैलाने वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है उनसे न सिर्फ जुर्माना लगाया जा रहा है। इसके साथ ही स्थल दुबारा गंदा न हो इसके लिए उन्हे स्वच्छता की शपथ भी दिलाई जा रही है। इसके साथ ही उन्हें शपथ पत्र भी देना होगा कि वह न गंदगी करेंगे न किसी को करने देंगे।
दो अक्टूबर तक चलेगा विशेष अभियान, 15 अक्टूबर से जुर्माना
पटना नगर निगम द्वारा दो अक्टूबर तक सभी वार्डों की सफाई की जाएगी। जिसके बाद सफाई की गई स्थलों की जांच शुरू होगी। 15 अक्टूबर के बाद गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाना शुरू किया जाएगा।