पटना (ब्यूरो)। पटना के बुद्धमार्ग में 100 करोड़ की लागत से तैयार हुआ भव्य इस्कॉन मंदिर कई मायनों में अनुठा है। इस इस्कॉन मंदिर का विधिवत उद्घाटन 3 मई को होगा। इसके लिए 1 मई से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो जायेगी।
पटना का इस्कॉन मंदिर
पटना इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने बताया कि वर्ष 2007 में मंदिर का भूमि पूजन किया गया था। भूमि पूजन कार्यक्रम में भारी संया में कृष्ण भक्त शामिल हुए थे.बीते 10 वर्षों से बन रहें इस मंदिर का द्वार भक्तों के लिए 3 मई से पूर्ण रूप से खोल दिये जायेंगे। पटना के बुद्ध मार्ग में बना यह इस्कॉन मंदिर बेहद खूबसूरत है.नाग शैली में बने इस मंदिर में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित दूसरे राज्यों से आए कामगार ने भव्य रूप दिया है। राजस्थान से मंगाए गए सैंडस्टोन से मंदिर बना है।
मंदिर में बांके बिहारी के दर्शन के साथ उनकी भव्य लीलाओं को भी देखने का मौका श्रद्धालु को मिलेगा। इस्कॉन पटना के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने बताया कि इस्कॉन का पश्चिम बंगाल के मायापुर में हेडक्वार्टर है। इस्कॉन की स्थापना सन 1966 में ए। सी भक्तवेदांत स्वामी प्रभुपद ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में की थी.भारत के कुल 70 जगहों पर इस्कॉन मंदिर मौजूद है.इसी क्रम बिहार के पटना में वर्ष 2007 में मुयमंत्री नीतीश कुमार ने इस्कॉन मंदिर का शिलान्यास किया था जो बनकर लगभग तैयार हो चुका है और अब इसका उद्घाटन होगा।
आकर्षण का केंद्र बनेगा मंदिर
करीब 2 एकड़ में बने मंदिर को सेमी अंडरग्राउंड बनाया गया है पहले तल्ले पर भक्त एक साथ बैठकर भगवान का प्रसाद ग्रहण करेंगे.वहीं एडिटोरियम में करीब 700 तक भक्त के बैठने की व्यवस्था की गई है.दूसरे तल्ले पर 3 दरबार बनाए गए हैं जिसमें राम कृष्ण और चैतन प्रभु का दरबार है।