पटना ब्यूरो।
इसका असर साफ तौरपर गंगा में मछलियों पर पर दिख रहा है। उनकी संख्या में भी लगातार कमी आ रही है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से इस मामले में पहल करते हुए गंगा नदी में शनिवार को तीन लाख मछलियां छोड़ी गई है। मछलियों की घटती जनसंख्या एवं प्रजातियां को बचाने के लिए गंगा नदी के ही प्रजनकों से उत्पन्न किए हुए बच्चों को गंगा नदी में छोड़ा गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान सचिव पशु एवं मत्सय संसाधन विभाग बिहार सरकार के द्वारा किया गया। सिपरी के वैज्ञानिक डॉक्टर बी के दास एवं गणेश दास के देखरेख में बैरकपुर में उत्पन्न कराए गए मछलियों के बच्चों को पटना जिले के राजा घाट पर संचित किया गया। आगामी महीना में जिला मत्स्य कार्यालय के द्वारा पटना जिले के विभिन्न घाटों से भारतीय मछलियां जैसे रोहू कतला एवं मृगल का संचयन किया जाएगा