पटना ब्‍यूरो।

वृद्ध दंपती की हत्या के पीछे का कारण अवैध संबंध निकाला। 61 वर्षीय वृद्धा सुजाता के मकान के सामने वाले किराना दुकानदार अमित कुमार उर्फ टिंकू (32) से अवैध संबंध था। मंगलवार की सुबह वृद्धा के पति ने उसे टिंकू के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। वे चीख-चिल्लाने लगे, जिसके बाद टिंकू उन्हें कमरे में लेकर गया और तकिये से मुंह दबा दिया। तब तक वृद्धा किचन से सब्जी काटने वाला चाकू लेकर आई और पति के सीने में उतार दिया। फिर, किचन के सिंक (बर्तन धोने वाला बेसिन) में चाकू धोने लगे। अमित को लगा कि महिला के कारण वह भी फंस जाएगा। तब उसने पीछे से वृद्धा का मुंह बंद किया और उसी चाकू से सीने में कई वार कर हत्या कर दी।

कंगन, अंगूठी व चैन साथ ले गया


हत्या के बाद टिंकू ने सुजाता के हाथ से दो कंगन, अंगूठी बेडरूम में रखा हुआ सोने की दो चेन, आलमीरा से चांदी की दो कटोरी, मोबाइल फोन, पान के पत्ता और एक कैमरा लेकर बाहर में एक अपार्टमेंट के पास पहुंचा जहां उसने अपनी बाइक लगाई थी। फिर बाइक से वह अपने घर को चला जाता है।

नालंदा का रहने वाला है अमित


अमित मूलरूप से नालंदा जिले के हिलसा का रहने वाला है। उसने तीन वर्ष पहले राजीव नगर में मकान बनवाया था। तब से वह काफी कर्ज में है। वह एक व्यक्ति से कर्ज लेकर दूसरे को चुकाता था। उसने नेहरू नगर में किराना दुकान खोल रखी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उसने बताया कि लगभग तीन वर्ष पहले वृद्धा और उसके बीच नजदीकियां बढ़ गई थीं। वृद्धा उसे समय-समय पर आर्थिक सहयोग भी करती थी। महिला ने छह माह पूर्व बेटे से उसे 50 हजार रुपये भी दिलवाया था। अमित का कहना था कि महिला के प्रति उसकी सहानुभूति थी। लेकिन, जब उसने मुंह बंद किया तो महिला ने दांत से कई बार उसकी हथेली काट ली। इसी खीज में आकर उसने महिला पर कई बार वार किए।

किरायेदार ने किया गुमराह, बेटे के बयान से मिली राह


बुधवार को पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज लगा, जिसमें 10:31 मिनट पर अमित वृद्धा के घर जाता नजर आया। महिला के कॉल रिकॉर्ड से मालूम हुआ कि आखिरी बार 10:30 बजे अमित से बात हुई थी। 11:03 बजे अमित घर से निकलता दिखा। इसके बाद उसने दुकान का शटर बंद किया और बाइक से घर चला गया था। जब पुलिस ने वृद्ध दंपती के घर रहने वाले किरायेदार से पूछा तो उसने बताया कि साढ़े 12 से एक बजे के बीच उन्होंने पति-पत्नी के बीच झगड़े की आवाजें सुनी थीं। इससे पुलिस का शक अमित पर नहीं गया था। जब महिला के बेटे ने बताया कि उन्होंने 11:37 मिनट पर मां को मैसेज भेजा था, लेकिन वह डिलीवर नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो मालूम हुआ कि 11:03 बजे ही महिला का मोबाइल बंद हो गया था। सभी संयोग सटीक बैठने के बाद गुरुवार की रात पुलिस ने अमित को कब्जे में ले लिया।

गहना गिरवी रखकर लिया था एक लाख रुपया


अमीत ने जो गहने वहां से चुराए थे। उसे एक सोनार को दे दिए थे। इसके बदले उसने एक लाख रुपये लिए थे। एक लाख रुपये लेने के बाद उसमें से 75 हजार रुपये अपने एक पड़ोसी को दे दिया था। वहीं सोनार ने उक्त गहने को किसी दूसरे को सोनार को दे दिया था। पुलिस ने सारा पैसा, गहना और मोबाइल को बरामद कर लिया है।

स्पीडी ट्रायल के तहत दिलाई जाएगी सजा


बता दें कि महिला की हत्या करने के बाद अमित चेन और मोबाइल लेने कमरे में गया था। इस दौरान उसके पैर में खून लग गया था। घटनास्थल पर पहुंची एफएसएल की टीम ने किचन से कमरे के बीच पड़े फुट प्रिंट एकत्र किए थे। उसका मिलान अमित के पैर से कराया जाएगा। पुलिस ने बताया कि वारदात के दिन अमित ने जो शर्ट पहन रखी थी, उस पर भी खून लगा था। उसे भी बरामद कर लिया गया है। एफएसएल की रिपोर्ट, सीसी कैमरे और मोबाइल एनालिसिस रिपोर्ट के साथ पुलिस दोहरे हत्याकांड का स्पीडी ट्रायल करा आरोपित को सजा दिलाएगी।

क्या कहा एसएसपी


सीसीटीवी फुटेज के एक छोटे से हिस्से ने बड़ा काम किया है। इसी से अमीत की पहचान स्थापित हुई। फिर उसने इस घटना में अपनी स्वीकारोक्ति भी कबूल की है। उसके निशानदेही पर सारे समान बरामद कर लिया है। घटना के दिन जो कपड़ा उसने पहनी थी उसे भी बरामद कर लिया गया है।
राजीव मिश्रा, एसएसपी पटना